
अगर आप भी मेडिकल के दुनिया में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप BNYS Course भी कर सकते हैं जिसमें आपको योग साइंस से रिलेटेड जानकारी दी जाती है |
बीएनवाईएस कोर्स क्या है? (What is BNYS Course?)
बीएनवाईएस(BNYS) का मतलब बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज है। यह भारत में 5.5 साल का स्नातक पाठ्यक्रम है जो स्वास्थ्य देखभाल और उपचार के प्राकृतिक रूपों पर केंद्रित है। पाठ्यक्रम में प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धांतों और प्रथाओं के साथ-साथ शरीर रचना विज्ञान, शरीर विज्ञान, विकृति विज्ञान, आहार विज्ञान और योग विज्ञान जैसे विषयों को शामिल किया गया है। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को प्राकृतिक चिकित्सा चिकित्सक बनने के लिए तैयार करना और स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
बीएनवाईएस पाठ्यक्रम विषय/विशेषज्ञता ( BNYS Subjects/Specialization)
भारत में बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज (बीएनवाईएस) कार्यक्रम आमतौर पर निम्नलिखित विषयों और विशेषज्ञताओं को शामिल करता है:
- शरीर रचना विज्ञान और शरीर विज्ञान (Anatomy and Physiology)
- जैव रसायन और क्लिनिकल पैथोलॉजी (Biochemistry and Clinical Pathology)
- योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा (Yoga and Naturopathy)
- मनोविज्ञान और परामर्श (Psychology and Counseling)
- सामुदायिक स्वास्थ्य और चिकित्सा (Community Health and Medicine)
- आहार विज्ञान और पोषण (Dietetics and Nutrition)
- प्राकृतिक चिकित्सा विज्ञान (Naturopathic Therapeutics)
- हर्बल चिकित्सा और फार्मेसी (Herbal Medicine and Pharmacy)
- पर्यावरण विज्ञान (Environmental Science)
- अनुसंधान पद्धति और जैव सांख्यिकी (Research Methodology and Biostatistics)
पाठ्यक्रम संरचना और विशिष्ट विषय संस्थान से संस्थान में भिन्न हो सकते हैं, लेकिन ये भारत में बीएनवाईएस कार्यक्रम में अध्ययन के सामान्य क्षेत्र हैं। कार्यक्रम छात्रों को प्राकृतिक उपचारों और स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने में उनके अनुप्रयोग की व्यापक समझ प्रदान करता है।
Also See : BPT कोर्स क्या है ? BPT vs BAMS, एडमिशन, सिलेबस, टॉप कॉलेज, प्रवेश परीक्षा इत्यादि
बीएनवाईएस क्यों चुनें ? (Why Study BNYS?)
- समग्र दृष्टिकोण: बीएनवाईएस व्यक्तियों के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक कल्याण को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य देखभाल के लिए एक समग्र दृष्टिकोण पर जोर देता है।
- गैर-आक्रामक: प्राकृतिक चिकित्सा उपचार का एक गैर-आक्रामक रूप है, जो इसे पारंपरिक चिकित्सा का एक लोकप्रिय विकल्प बनाता है।
- बढ़ती मांग: उपचार के प्राकृतिक रूपों के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ, भारत में योग्य प्राकृतिक चिकित्सा चिकित्सकों की मांग बढ़ रही है।
- कैरियर के अवसर: बीएनवाईएस के स्नातक अस्पतालों, स्वास्थ्य क्लीनिकों, स्पा और कल्याण केंद्रों में काम कर सकते हैं, या अपनी खुद की प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं।
- पारंपरिक चिकित्सा के लिए पूरक: प्राकृतिक चिकित्सा को पारंपरिक चिकित्सा के साथ उपचार के एक पूरक रूप के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो स्वास्थ्य देखभाल के लिए अधिक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है।
BNYS और MBBS के बीच अंतर (BNYS vs MBBS)
यह रहा BNYS और MBBS के बीच अंतर एक स्पष्ट टेबल फॉर्मेट में:
बिंदु | BNYS (Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences) | MBBS (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery) |
---|---|---|
फुल फॉर्म | बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज | बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी |
मुख्य चिकित्सा पद्धति | प्राकृतिक चिकित्सा और योग आधारित | आधुनिक एलोपैथिक चिकित्सा प्रणाली |
कोर्स की अवधि | 5.5 साल (4.5 साल पढ़ाई + 1 साल इंटर्नशिप) | 5.5 साल (4.5 साल पढ़ाई + 1 साल इंटर्नशिप) |
प्रवेश प्रक्रिया | आमतौर पर 12वीं PCB + यूनिवर्सिटी आधारित एंट्रेंस | NEET-UG एंट्रेंस टेस्ट अनिवार्य |
प्रवेश योग्यता | 12वीं में PCB (Physics, Chemistry, Biology) | 12वीं में PCB + NEET क्वालिफाई |
पढ़ाई के मुख्य विषय | योग, नेचुरोपैथी, फिजियोलॉजी, एनाटॉमी, न्यूट्रिशन | एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, फार्माकोलॉजी, पैथोलॉजी, सर्जरी |
उपचार की विधि | बिना दवा के, प्राकृतिक तरीकों जैसे योग, डाइट, हाइड्रोथेरेपी | दवाइयों, सर्जरी और तकनीकी उपकरणों द्वारा |
लाइसेंस / रजिस्ट्रेशन बॉडी | नैचुरोपैथी काउंसिल / यूनिवर्सिटी | नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) |
करियर के अवसर | वेलनेस सेंटर, योग प्रशिक्षक, नैचुरोपैथिक डॉक्टर | डॉक्टर, सर्जन, सरकारी/निजी अस्पताल, विशेषज्ञ डॉक्टर |
आय संभावनाएं (प्रारंभिक) | ₹2 – ₹4 लाख प्रति वर्ष | ₹6 – ₹12 लाख प्रति वर्ष (शुरुआत में) |
लोकप्रियता / डिमांड | सीमित लेकिन बढ़ती हुई जागरूकता | अत्यधिक लोकप्रिय और मुख्यधारा चिकित्सा क्षेत्र |
निष्कर्ष:
- MBBS उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो आधुनिक चिकित्सा और सर्जरी में करियर बनाना चाहते हैं।
- BNYS उनके लिए उपयुक्त है जो प्राकृतिक चिकित्सा, योग और समग्र स्वास्थ्य पद्धतियों में रुचि रखते हैं।
BNYS और BAMS के बीच अंतर (BNYS vs BAMS)
BNYS (Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences) और BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery) दोनों ही चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े स्नातक स्तर के कोर्स हैं, लेकिन इनके सिद्धांत, अध्ययन पद्धति और करियर विकल्पों में काफी अंतर होता है। नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से BNYS और BAMS के बीच मुख्य अंतर को समझा जा सकता है:
विशेषता | BNYS (Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences) | BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery) |
---|---|---|
पूरा नाम | Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences | Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery |
कोर्स का उद्देश्य | प्राकृतिक चिकित्सा और योग आधारित उपचार विधियों का अध्ययन | आयुर्वेद आधारित चिकित्सा पद्धति का अध्ययन |
कोर्स अवधि | 5.5 वर्ष (4.5 वर्ष + 1 वर्ष की इंटर्नशिप) | 5.5 वर्ष (4.5 वर्ष + 1 वर्ष की इंटर्नशिप) |
प्रमुख विषय | योग, प्राकृतिक चिकित्सा, हाइड्रोथेरेपी, डाइट थैरेपी, एक्यूप्रेशर | चरक संहिता, शरीर रचना, आयुर्वेदिक औषधियां, पंचकर्म, रसशास्त्र |
उपचार की पद्धति | दवाइयों का उपयोग कम, प्राकृतिक तत्वों और योग के माध्यम से उपचार | जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक औषधियों से उपचार |
फोकस क्षेत्र | योग, ध्यान, लाइफस्टाइल थैरेपी, डिटॉक्सिफिकेशन | आयुर्वेदिक उपचार, पंचकर्म, आयुर्वेदिक फार्माकोलॉजी |
पाठ्यक्रम की मान्यता | NCISM (पूर्व में CCRYN / UGC) | NCISM (पूर्व में CCIM / AYUSH मंत्रालय) |
प्रवेश प्रक्रिया | कुछ संस्थानों में NEET या संस्था आधारित परीक्षा | NEET (राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा) अनिवार्य |
योग्यता | 12वीं (PCB) न्यूनतम 50% अंकों के साथ | 12वीं (PCB) न्यूनतम 50% अंकों के साथ |
करियर विकल्प | योग चिकित्सक, नैचुरोपैथ डॉक्टर, हेल्थ काउंसलर, रिसर्च | आयुर्वेदिक डॉक्टर, पंचकर्म विशेषज्ञ, औषधि निर्माता |
प्रैक्टिस का क्षेत्र | योगा सेंटर, नेचर क्योर हॉस्पिटल, वेलनेस इंडस्ट्री | आयुर्वेदिक हॉस्पिटल, डिस्पेंसरी, निजी क्लिनिक |
कोर्स की लोकप्रियता | भारत में सीमित लेकिन तेजी से बढ़ती हुई | भारत में बहुत लोकप्रिय और पारंपरिक चिकित्सा कोर्स |
निष्कर्ष (Conclusion):
- यदि आप प्राकृतिक उपचार, योग और जीवनशैली आधारित चिकित्सा में रुचि रखते हैं, तो BNYS आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।
- वहीं, यदि आप आयुर्वेद की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली में विशेषज्ञता प्राप्त करना चाहते हैं, तो BAMS एक बेहतरीन विकल्प है।
दोनों ही कोर्स स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में योगदान देने के लिए उपयुक्त हैं, बस आपके रूचि और उद्देश्य पर निर्भर करता है कि कौन-सा आपके लिए सही रहेगा।
Also See : BAMS कोर्स क्या है ? प्रवेश परीक्षा 2025, विषय, सिलेबस, टॉप कॉलेज, करियर विकल्प इत्यादि
BNYS और BHMS के बीच अंतर (BNYS vs BHMS)
BNYS (Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences) और BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery) दोनों ही चिकित्सा क्षेत्र के स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम हैं, लेकिन इनकी चिकित्सा प्रणाली, अध्ययन विषय, उपचार पद्धति और करियर ऑप्शन में बड़ा अंतर होता है। नीचे दिए गए तुलना तालिका के माध्यम से आप इनके बीच के अंतर को स्पष्ट रूप से समझ सकते हैं:
विशेषता | BNYS (Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences) | BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery) |
---|---|---|
पूरा नाम | Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences | Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery |
चिकित्सा प्रणाली | प्राकृतिक चिकित्सा और योग आधारित चिकित्सा प्रणाली | होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली |
कोर्स की अवधि | 5.5 वर्ष (4.5 वर्ष + 1 वर्ष की इंटर्नशिप) | 5.5 वर्ष (4.5 वर्ष + 1 वर्ष की इंटर्नशिप) |
मुख्य विषय | योग, प्राकृतिक चिकित्सा, डाइट थैरेपी, हाइड्रोथेरेपी, एक्यूप्रेशर | होम्योपैथिक फार्माकोलॉजी, ऑर्गेनन ऑफ मेडिसिन, पैथोलॉजी, एनाटॉमी |
उपचार का आधार | बिना दवा के प्राकृतिक उपचार, योग, खानपान और दिनचर्या | बहुत कम मात्रा में औषधियों द्वारा “Like cures like” सिद्धांत पर आधारित |
फोकस क्षेत्र | योग, नैचुरोपैथी, मानसिक स्वास्थ्य, प्राकृतिक उपचार | होम्योपैथिक मेडिसिन, रोग की जड़ से उपचार |
पाठ्यक्रम की मान्यता | NCISM (पूर्व में CCRYN / UGC) | NCH (National Commission for Homoeopathy) |
प्रवेश प्रक्रिया | कुछ संस्थानों में NEET या संस्थागत प्रवेश परीक्षा | NEET अनिवार्य |
योग्यता | 12वीं (PCB) न्यूनतम 50% अंकों के साथ | 12वीं (PCB) न्यूनतम 50% अंकों के साथ |
प्रैक्टिस का तरीका | योग थैरेपी, हाइड्रोथेरेपी, लाइफस्टाइल मॉडिफिकेशन | होम्योपैथिक दवाइयों से इलाज |
कोर्स की लोकप्रियता | बढ़ती हुई रुचि, खासकर वेलनेस सेक्टर में | भारत में काफी लोकप्रिय, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में |
करियर विकल्प | योग चिकित्सक, नेचुरोपैथ डॉक्टर, वेलनेस काउंसलर, रिसर्च | होम्योपैथिक डॉक्टर, क्लिनिक संचालक, रिसर्च, टीचिंग |
प्रैक्टिस की जगह | वेलनेस सेंटर्स, योगा इंस्टीट्यूट, नैचुरोपैथी क्लिनिक | होम्योपैथिक क्लिनिक, हॉस्पिटल, रिसर्च संस्थान |
निष्कर्ष (Conclusion):
- BNYS कोर्स उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो बिना दवाओं के, प्राकृतिक तरीके से इलाज करना चाहते हैं और योग में गहरी रुचि रखते हैं।
- वहीं BHMS उन छात्रों के लिए बेहतर है जो होम्योपैथिक सिद्धांतों के माध्यम से रोगों का उपचार करना चाहते हैं और चिकित्सा पद्धति में गहरी पकड़ बनाना चाहते हैं।
Also See : BHMS कोर्स क्या है ? BHMS vs MBBS, प्रवेश परीक्षा 2025, विषय, सिलेबस, टॉप कॉलेज इत्यादि
बीएनवाईएस पाठ्यक्रम के लिए पात्रता (Eligibility for BNYS Course)
भारत में बीएनवाईएस (बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज) पाठ्यक्रम के लिए पात्र होने के लिए, निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होगा:
- शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification): उम्मीदवार को मुख्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और अंग्रेजी के साथ 10+2 या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए।
- आयु सीमा(Age Limit): उम्मीदवार को उस वर्ष के 31 दिसंबर को या उससे पहले 17 वर्ष की आयु पूरी करनी होगी जिसमें प्रवेश मांगा गया है।
- न्यूनतम अंक (Minimum Marks): उम्मीदवार को 10+2 या समकक्ष परीक्षा में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त होने चाहिए। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए, आवश्यक न्यूनतम अंकों में सरकारी मानदंडों के अनुसार छूट दी जा सकती है।
- प्रवेश परीक्षा (Entrance Exams): भारत के अधिकांश बीएनवाईएस कॉलेज पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। प्रवेश परीक्षा कॉलेज-दर-कॉलेज अलग-अलग हो सकती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पात्रता मानदंड एक संस्थान से दूसरे संस्थान में भिन्न हो सकते हैं, और उस संस्थान के साथ विशिष्ट आवश्यकताओं की जांच करना उचित है जहां आप बीएनवाईएस पाठ्यक्रम करना चाहते हैं।
भारत में बीएनवाईएस पाठ्यक्रम में प्रवेश कैसे प्राप्त करें ? (How to get admission in BNYS Course?)
भारत में बीएनवाईएस (बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज) पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने के लिए, आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
- अनुसंधान कॉलेज(Research College): भारत में बीएनवाईएस पाठ्यक्रम की पेशकश करने वाले विभिन्न कॉलेजों पर शोध करें और कुछ को चुनें जो आपकी आवश्यकताओं को पूरा करते हों।
- पात्रता मानदंड की जाँच करें( Check Eligibility Criteria): आपके द्वारा चुने गए कॉलेजों में बीएनवाईएस पाठ्यक्रम के लिए पात्रता मानदंड की जाँच करें। सुनिश्चित करें कि आप शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा और न्यूनतम अंक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
- प्रवेश परीक्षा (Entrance Exams): भारत के अधिकांश बीएनवाईएस कॉलेज पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। प्रवेश परीक्षा की तैयारी करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।
- आवेदन जमा करें(Submit Application): आवश्यक दस्तावेजों, जैसे कि आपकी 10+2 की मार्कशीट, पासपोर्ट आकार की तस्वीरें, और प्रवेश परीक्षा स्कोरकार्ड (यदि लागू हो) के साथ, एक पूरा आवेदन पत्र कॉलेज में जमा करें।
- काउंसलिंग और प्रवेश (Counseling & Admission): यदि आप पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं और प्रवेश परीक्षा में अच्छा स्कोर हासिल किया है, तो आपको काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा। सफल काउंसलिंग के बाद, आपको बीएनवाईएस पाठ्यक्रम में प्रवेश की पेशकश की जाएगी।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रवेश प्रक्रिया एक संस्थान से दूसरे संस्थान में भिन्न हो सकती है, और उस संस्थान के साथ विशिष्ट आवश्यकताओं की जांच करना उचित है जहां आप बीएनवाईएस पाठ्यक्रम करना चाहते हैं।
Also See : BDS कोर्स क्या है ? BDS vs MBBS, योग्यता, प्रवेश परीक्षा, एडमिशन, टॉप कॉलेज इत्यादि
भारत में BNYS पाठ्यक्रम प्रवेश परीक्षाएँ (Entrance Exams for BNYS Course)
बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज (बीएनवाईएस) भारत के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किया जाने वाला 5 साल का स्नातक कार्यक्रम है। कार्यक्रम में प्रवेश संस्थानों द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षाओं पर आधारित है। BNYS के लिए कुछ लोकप्रिय प्रवेश परीक्षाएं हैं:
- AICET (ऑल इंडिया कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
- JEE-AYUSH (आयुष के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा)
- NEET-UG (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातक)
- AIAPGET (अखिल भारतीय आयुष स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षा)
- AMU-BNYS प्रवेश परीक्षा (अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बीएनवाईएस प्रवेश परीक्षा)
बीएनवाईएस प्रवेश के लिए स्वीकृत सटीक प्रवेश परीक्षा के लिए विशेष संस्थान से जांच करना उचित है। पात्रता मानदंड, परीक्षा पैटर्न, पाठ्यक्रम और प्रवेश परीक्षा के अन्य विवरण संस्थान से संस्थान में भिन्न हो सकते हैं।
भारत में बीएनवाईएस का अध्ययन करने के लिए शीर्ष कॉलेज (Top Colleges to Study BNYS)
भारत में बीएनवाईएस का अध्ययन करने के लिए कुछ शीर्ष कॉलेज यहां दिए गए हैं:
- मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली
- प्राकृतिक चिकित्सा और यौगिक विज्ञान संस्थान, बैंगलोर
- दयानंद आयुर्वेदिक कॉलेज, जालंधर
- राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, पुणे
- एस-व्यासा योग विश्वविद्यालय, बैंगलोर
- कैवल्य धाम योग संस्थान, लोनावला
- राष्ट्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, चेन्नई
- ऋषीकेश योगपीठ, ऋषीकेश
- एस-व्यासा योग और स्वास्थ्य केंद्र, बैंगलोर
- प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, जयपुर
- एस-व्यासा योग संस्थान, मैसूर
- महात्मा गांधी मिशन स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान, नवी मुंबई
- अंतर्राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन, दिल्ली
- डॉ. एम.जी.आर. शैक्षिक एवं अनुसंधान संस्थान, चेन्नई
- डी.वाई. पाटिल कॉलेज ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज, पुणे
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह सूची संपूर्ण नहीं है, और अन्य कॉलेज भी बीएनवाईएस में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकते हैं। अंतिम निर्णय लेने से पहले गहन शोध करना और प्रवेश प्रक्रिया, शुल्क संरचना, स्थान, प्लेसमेंट के अवसर और बुनियादी ढांचे जैसे कारकों पर विचार करना उचित है।
Also See : BMLT कोर्स क्या है ? BMLT vs DMLT, योग्यता, प्रवेश परीक्षा, करियर विकल्प इत्यादि
BNYS कोर्स सिलेबस (BNYS Course Syllabus in Hindi)
BNYS यानी Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences एक 5.5 वर्षीय स्नातक स्तर का चिकित्सा कोर्स है, जिसमें 4.5 वर्ष की एकेडमिक शिक्षा और 1 वर्ष की अनिवार्य इंटर्नशिप शामिल होती है। यह कोर्स प्राकृतिक चिकित्सा (Naturopathy) और योग (Yoga) की पद्धतियों पर आधारित है, जिसमें रोगों का उपचार बिना एलोपैथिक दवाइयों के, प्राकृतिक उपायों, आहार, जीवनशैली परिवर्तन और योग से किया जाता है।
BNYS कोर्स के अंतर्गत विषयों को 4.5 वर्षों में इस प्रकार पढ़ाया जाता है:
प्रथम वर्ष (First Year)
विषय | विवरण |
---|---|
Anatomy | मानव शरीर की संरचना का अध्ययन |
Physiology | अंगों और तंत्रों की कार्यप्रणाली |
Biochemistry | शरीर में होने वाले जैव रासायनिक क्रियाएं |
Philosophy of Nature Cure | प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धांत |
Principles of Yoga | योग का इतिहास, सिद्धांत और दर्शन |
Sanskrit / Regional Language | मूल भाषा का अध्ययन |
द्वितीय वर्ष (Second Year)
विषय | विवरण |
---|---|
Pathology | रोगों के कारण और उनका विश्लेषण |
Microbiology | सूक्ष्म जीवों का अध्ययन |
Psychology | मानव व्यवहार और मानसिक स्थिति |
Forensic Medicine | फॉरेंसिक साइंस का परिचय |
Yoga Philosophy and Practice | योग आसनों और शास्त्रों का गहन अध्ययन |
Diagnostic Methods | नैदानिक जांच की विधियां |
तृतीय वर्ष (Third Year)
विषय | विवरण |
---|---|
Nutrition and Herbology | आहार विज्ञान और औषधीय पौधों का अध्ययन |
Community Medicine | सार्वजनिक स्वास्थ्य और रोकथाम |
Physical Medicine | फिजियोथेरेपी और काइनेसियोलॉजी |
Advanced Yoga | योग की गहन तकनीकें |
Chromotherapy, Magnetotherapy, Acupressure | वैकल्पिक चिकित्सा विधियाँ |
चतुर्थ वर्ष (Fourth Year)
विषय | विवरण |
---|---|
Clinical Naturopathy | क्लिनिकल प्रैक्टिस और केस स्टडीज |
Yoga Therapy | योग के माध्यम से रोगों का उपचार |
Hydrotherapy | जल चिकित्सा तकनीक |
Mud Therapy | मिट्टी द्वारा चिकित्सा |
Fasting Therapy | उपवास चिकित्सा का सिद्धांत और उपयोग |
Research Methodology & Statistics | चिकित्सा अनुसंधान और आंकड़ों का विश्लेषण |
इंटर्नशिप (Internship – 1 Year)
इंटर्नशिप के दौरान छात्रों को नैचुरोपैथी हॉस्पिटल और योग चिकित्सा केंद्रों में प्रैक्टिकल अनुभव दिया जाता है।
भारत में BNYS कोर्स की फीस (BNYS Course Fees in India)
भारत में BNYS कोर्स की फीस संस्थान, राज्य और कॉलेज की प्रकृति (सरकारी या निजी) पर निर्भर करती है। नीचे BNYS कोर्स की औसतन फीस संरचना दी गई है:
कॉलेज का प्रकार | सालाना फीस (लगभग) | कुल फीस (5.5 वर्षों के लिए) |
---|---|---|
सरकारी कॉलेज | ₹20,000 – ₹60,000 | ₹1,00,000 – ₹3,00,000 |
निजी कॉलेज | ₹80,000 – ₹2,00,000 | ₹4,00,000 – ₹10,00,000 |
डिम्ड / सेल्फ फाइनेंस कॉलेज | ₹1,50,000 – ₹3,00,000 | ₹6,00,000 – ₹12,00,000 |
कुछ प्रमुख BNYS कॉलेजों की अनुमानित फीस:
कॉलेज का नाम | स्थान | सालाना फीस (लगभग) |
---|---|---|
SVYASA University | बैंगलोर, कर्नाटक | ₹1,50,000 – ₹2,00,000 |
JSS Institute of Naturopathy and Yogic Sciences | ऊटी, तमिलनाडु | ₹90,000 – ₹1,20,000 |
SDM College of Naturopathy and Yogic Sciences | उडुपी, कर्नाटक | ₹80,000 – ₹1,10,000 |
Morarji Desai National Institute of Yoga | नई दिल्ली | ₹20,000 – ₹60,000 |
National Institute of Naturopathy (NIN) | पुणे, महाराष्ट्र | ₹40,000 – ₹70,000 |
महत्वपूर्ण नोट्स:
- ऊपर दी गई फीस अनुमानित हैं और समय-समय पर बदल सकती हैं।
- फीस में हॉस्टल, मेस, लैब चार्ज, यूनिफॉर्म, पुस्तकें आदि शामिल नहीं होते।
- SC/ST/OBC और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए छात्रवृत्ति या फीस रियायत उपलब्ध हो सकती है।
- कुछ कॉलेज प्रवेश परीक्षा या मेरिट बेस पर स्कॉलरशिप भी प्रदान करते हैं।
Also See : B.Sc. Nursing कोर्स क्या है ? BSCN vs GNM, योग्यता, प्रवेश परीक्षा, कोर्स के बाद करियर इत्यादि
भारत में BNYS कोर्स के बाद करियर विकल्प (Career Options after BNYS Course in India)
BNYS (बैचलर ऑफ नैचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज़) कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के पास स्वास्थ्य, वेलनेस, योग, और वैकल्पिक चिकित्सा के क्षेत्र में कई करियर अवसर उपलब्ध होते हैं। यह कोर्स प्राकृतिक चिकित्सा, योग, ध्यान, आहार और जीवनशैली उपचार जैसे क्षेत्रों में व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करता है।
नीचे भारत में BNYS कोर्स के बाद उपलब्ध प्रमुख करियर विकल्पों की जानकारी दी गई है:
1. नैचुरोपैथ डॉक्टर (Naturopathic Doctor)
BNYS ग्रेजुएट एक नैचुरोपैथ डॉक्टर के रूप में कार्य कर सकते हैं। वे रोगियों का इलाज हर्बल थेरेपी, डाइट प्लान, हाइड्रोथेरेपी, मड थैरेपी और योग के माध्यम से करते हैं।
औसत शुरुआती वेतन: ₹3 लाख – ₹6 लाख प्रति वर्ष
2. योग चिकित्सक (Yoga Therapist)
जो छात्र योग चिकित्सा में विशेष दक्षता रखते हैं, वे योग थेरेपिस्ट बन सकते हैं। यह प्रोफेशन मानसिक और शारीरिक रोगों के उपचार के लिए योग आधारित समाधान प्रदान करता है।
औसत शुरुआती वेतन: ₹2.5 लाख – ₹5 लाख प्रति वर्ष
3. वेलनेस कंसल्टेंट / लाइफस्टाइल कोच
BNYS स्नातक हेल्थ क्लब, कॉर्पोरेट वेलनेस प्रोग्राम्स, स्पा और रिज़ॉर्ट्स में वेलनेस सलाहकार या हेल्थ कोच के रूप में कार्य कर सकते हैं।
औसत शुरुआती वेतन: ₹3 लाख – ₹6 लाख प्रति वर्ष
4. वैकल्पिक चिकित्सा क्लिनिक संचालन
आप अपना खुद का नैचुरोपैथी और योग क्लिनिक खोल सकते हैं और प्राकृतिक उपचार सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।
कमाई की सीमा: स्थान और अनुभव पर निर्भर
5. सरकारी और निजी अस्पतालों में योग/नैचुरोपैथी विशेषज्ञ
कई आयुष अस्पतालों और वेलनेस सेंटर्स में BNYS डॉक्टरों की नियुक्ति होती है।
औसत वेतन: ₹3 लाख – ₹7 लाख प्रति वर्ष
6. हेल्थ रिसॉर्ट्स और रिट्रीट सेंटर में विशेषज्ञ
BNYS ग्रेजुएट वेलनेस रिट्रीट्स, नैचुरल हीलिंग रिसॉर्ट्स में हेड काउंसलर, योगा कोच या लाइफस्टाइल गाइड के रूप में कार्य कर सकते हैं।
औसत वेतन: ₹4 लाख – ₹8 लाख प्रति वर्ष
7. शिक्षक / लेक्चरर
जो छात्र शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखते हैं, वे BNYS कॉलेजों में बतौर शिक्षक या लेक्चरर नियुक्त हो सकते हैं।
योग्यता: M.Sc. (Naturopathy/Yoga) या NET/PhD
औसत वेतन: ₹3 लाख – ₹6 लाख प्रति वर्ष
8. मेडिकल राइटर / रिसर्चर
BNYS डिग्री होल्डर मेडिकल जर्नल्स, वेलनेस वेबसाइट्स, रिसर्च प्रोजेक्ट्स और योगिक साइंस पब्लिकेशन में रिसर्च और लेखन का कार्य कर सकते हैं।
अन्य संभावनाएं:
- योगा स्टूडियो/फ्रेंचाइज़ी खोलना
- टेलीविजन / यूट्यूब हेल्थ चैनल शुरू करना
- NGO में काम करना (Public Health Projects)
- AYUSH मंत्रालय में पद
रोजगार क्षेत्र (Employment Areas):
- नैचुरोपैथी हॉस्पिटल्स
- योगा एंड वेलनेस सेंटर
- मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट्स
- कॉर्पोरेट वेलनेस यूनिट्स
- आयुष विभाग और सरकारी स्वास्थ्य मिशन
- स्वयं का क्लिनिक या स्टार्टअप
BNYS कोर्स के बाद क्या पढ़ें (Courses to Study after BNYS Course in India)
BNYS कोर्स पूरा करने के बाद छात्र अपने ज्ञान को गहराई से समझने और करियर को आगे बढ़ाने के लिए कई विशेषीकृत और उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों का चयन कर सकते हैं। नीचे BNYS के बाद किए जा सकने वाले प्रमुख कोर्स दिए गए हैं:
1. MD in Naturopathy / Yoga
जो छात्र नैचुरोपैथी या योग में विशेषज्ञ बनना चाहते हैं, वे MD (Doctor of Medicine) कर सकते हैं।
अवधि: 2–3 वर्ष
प्रवेश प्रक्रिया: एंट्रेंस एग्जाम या मेरिट बेस्ड
प्रमुख विषय: Clinical Naturopathy, Yoga Therapy, Advanced Diagnostics
2. M.Sc. in Yoga or Yogic Science
यह कोर्स योग दर्शन, चिकित्सा और अनुसंधान में गहराई से प्रशिक्षण प्रदान करता है।
अवधि: 2 वर्ष
प्रवेश प्रक्रिया: विश्वविद्यालय स्तर की प्रवेश परीक्षा
कैरियर विकल्प: योग प्रशिक्षक, लेक्चरर, रिसर्चर
3. MBA in Hospital and Healthcare Management
BNYS के बाद छात्र हॉस्पिटल मैनेजमेंट और हेल्थकेयर सेक्टर में प्रबंधन की भूमिका निभा सकते हैं।
अवधि: 2 वर्ष
प्रवेश प्रक्रिया: CAT, MAT, CMAT आदि
रोल्स: हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर, क्लिनिक मैनेजर
4. PG Diploma in Clinical Research
जो छात्र हेल्थ रिसर्च में रुचि रखते हैं उनके लिए यह कोर्स फायदेमंद हो सकता है।
अवधि: 1 वर्ष
प्रवेश प्रक्रिया: सीधा प्रवेश
रोल्स: Clinical Research Associate, Medical Researcher
5. डिप्लोमा / सर्टिफिकेट कोर्सेस
छात्र छोटी अवधि के कोर्स कर सकते हैं जो विशेष स्किल्स पर केंद्रित होते हैं:
- Certificate in Panchakarma Therapy
- Diploma in Dietetics & Nutrition
- Certificate in Acupressure/Acupuncture
- Diploma in Wellness and Spa Management
- Certificate in Stress Management through Yoga
अवधि: 6 महीने – 1 वर्ष
6. UGC NET / PhD in Yogic Science या Naturopathy
जो छात्र शिक्षण और शोध के क्षेत्र में जाना चाहते हैं, उनके लिए PhD एक आदर्श विकल्प है।
प्रवेश प्रक्रिया: UGC-NET / JRF, इंटरव्यू
रोल्स: असिस्टेंट प्रोफेसर, शोधकर्ता, लेखक
7. विदेश में उच्च शिक्षा (Higher Studies Abroad)
विदेशों में भी योग और नैचुरोपैथी की लोकप्रियता बढ़ रही है। छात्र निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:
- Master in Complementary and Alternative Medicine
- MSc in Integrative Health (USA/UK)
- MA in Yoga Studies (Europe)
प्रवेश प्रक्रिया: IELTS, SOP, पोर्टफोलियो, इंटरव्यू
निष्कर्ष: BNYS कोर्स के बाद छात्रों के पास स्वास्थ्य और वेलनेस क्षेत्र में एक उज्ज्वल और विविधतापूर्ण करियर की संभावना होती है। वे चिकित्सा, योग, अनुसंधान, शिक्षा और मैनेजमेंट के क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं। आगे की पढ़ाई से न केवल ज्ञान में वृद्धि होती है, बल्कि यह उच्च पदों पर नियुक्ति की संभावनाएं भी बढ़ाती है।
सुझाव: अपने करियर लक्ष्यों, रुचियों और कौशलों के अनुसार आगे का कोर्स चुनें, जिससे आप BNYS डिग्री का अधिकतम लाभ उठा सकें।
Also See : MHA कोर्स: पात्रता, प्रवेश प्रक्रिया, फीस, करियर विकल्प, टॉप 10 कॉलेज इत्यादि