BFD कोर्स क्या है? पूरी जानकारी – फ़ीस, सिलेबस, करियर विकल्प, टॉप 10 कॉलेज इत्यादि

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what is bfd course in india
BFD Course Details in Hindi

भारत में फैशन और डिजाइन का क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है और इसी के साथ फैशन इंडस्ट्री में करियर की संभावनाएं भी बढ़ी हैं। फैशन की दुनिया में कदम रखने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए BFD Course (Bachelor of Fashion Design) एक बेहतरीन विकल्प है। यदि आप रचनात्मक सोच रखते हैं, फैशन में रुचि है और कुछ नया करना चाहते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए सही साबित हो सकता है।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि BFD कोर्स क्या होता है, इसकी पात्रता, प्रवेश प्रक्रिया, फीस, करियर ऑप्शन्स, सैलरी, टॉप कॉलेज और अन्य ज़रूरी जानकारियां।

BFD कोर्स क्या है? (What is BFD Course?)

बैचलर ऑफ फैशन डिजाइन (BFD) भारत में एक स्नातक स्तर का कार्यक्रम है जो फैशन डिजाइनिंग और उससे संबंधित क्षेत्रों में व्यावसायिक और रचनात्मक प्रशिक्षण प्रदान करता है। यह कोर्स आमतौर पर 3 से 4 वर्षों का होता है और इसमें फैशन इलस्ट्रेशन, टेक्सटाइल साइंस, गारमेंट कंस्ट्रक्शन, कंप्यूटर एडेड डिजाइन (CAD), फैशन मार्केटिंग और पोर्टफोलियो डेवलपमेंट जैसे विषय शामिल होते हैं।

BFD कार्यक्रम उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जिन्होंने 12वीं कक्षा पास की है और फैशन की दुनिया में करियर बनाना चाहते हैं। यह कोर्स छात्रों को फैशन इंडस्ट्री के व्यावसायिक पहलुओं के साथ-साथ रचनात्मक डिज़ाइनिंग स्किल्स भी सिखाता है। कोर्स में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों तरह के सेशन्स होते हैं, जिनमें ड्रेपिंग, पैटर्न मेकिंग, फैशन शो प्रोजेक्ट्स और इंटर्नशिप शामिल होते हैं।

BFD कोर्स के स्नातकों को फैशन डिजाइनर, टेक्सटाइल डिजाइनर, फैशन स्टाइलिस्ट, फैशन ब्लॉगर, मर्चेंडाइज़र, फैशन कंसल्टेंट, या स्वयं का बुटीक चलाने जैसे विकल्पों के लिए तैयार किया जाता है। वे फैशन हाउस, टेक्सटाइल इंडस्ट्री, रिटेल ब्रांड्स, डिज़ाइन स्टूडियो, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स, और मीडिया कंपनियों में काम कर सकते हैं। यह कोर्स फैशन इंडस्ट्री में एक सफल और रचनात्मक करियर की नींव रखता है।

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BFD का अध्ययन क्यों करें? (Why Study BFD?)

ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से कोई व्यक्ति भारत में बैचलर ऑफ फैशन डिजाइन (BFD) कार्यक्रम का अध्ययन करना चुन सकता है:

  • रचनात्मक करियर विकल्प: BFD कार्यक्रम उन छात्रों को रचनात्मक करियर की ओर ले जाता है जो कला, स्टाइल, रंगों और ट्रेंड्स के साथ काम करना पसंद करते हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ नवाचार और कल्पनाशीलता की सराहना की जाती है।
  • फैशन इंडस्ट्री में करियर के अवसर: भारत और विदेशों में फैशन इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। BFD कार्यक्रम छात्रों को फैशन डिजाइनर, टेक्सटाइल डिजाइनर, फैशन स्टाइलिस्ट, मर्चेंडाइज़र, फैशन कंसल्टेंट और अन्य संबंधित भूमिकाओं के लिए तैयार करता है।
  • उद्योग आधारित पाठ्यक्रम: BFD कोर्स में आमतौर पर इंडस्ट्री फोकस्ड सब्जेक्ट्स, लाइव प्रोजेक्ट्स, फैशन शो, और इंटर्नशिप शामिल होती हैं, जो छात्रों को व्यावहारिक अनुभव और पेशेवर नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करते हैं।
  • स्वतंत्र करियर की संभावना: BFD स्नातक खुद का फैशन ब्रांड या बुटीक शुरू कर सकते हैं, जिससे वे उद्यमिता के क्षेत्र में भी कदम रख सकते हैं। यह कोर्स छात्रों को बिज़नेस और मार्केटिंग की मूल बातें भी सिखाता है।
  • आर्थिक और पेशेवर विकास: अनुभवी फैशन डिजाइनर्स को फैशन इंडस्ट्री में अच्छी सैलरी और पहचान मिलती है। बढ़ते अनुभव और क्रिएटिव पोर्टफोलियो के साथ उनकी इनकम और करियर ग्रोथ के अवसर बढ़ जाते हैं।
  • फैशन और संस्कृति का संयोजन: यह कोर्स भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय फैशन ट्रेंड्स, पारंपरिक वस्त्रों और वैश्विक डिज़ाइन विचारों का संतुलन सिखाता है, जिससे छात्र वैश्विक स्तर पर काम करने के लिए तैयार होते हैं।

BFD कार्यक्रम छात्रों को फैशन डिजाइनिंग की दुनिया में सफल करियर बनाने के लिए आवश्यक रचनात्मक सोच, तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। यह कोर्स उन लोगों के लिए आदर्श है जो फैशन के प्रति जुनून रखते हैं और अपनी रचनात्मकता के ज़रिए दुनिया को प्रभावित करना चाहते हैं।

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BFD और DFD कोर्स में अंतर (BFD vs DFD)

BFD (बैचलर ऑफ फैशन डिजाइन) और DFD (डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन) दोनों ही फैशन इंडस्ट्री से संबंधित कोर्स हैं, लेकिन इनकी अवधि, योग्यता, सिलेबस और करियर स्कोप में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। नीचे दी गई टेबल के माध्यम से इन दोनों कोर्सों की तुलना की गई है:

बिंदुBFD (Bachelor of Fashion Design)DFD (Diploma in Fashion Design)
कोर्स का पूरा नामबैचलर ऑफ फैशन डिजाइनडिप्लोमा इन फैशन डिजाइन
कोर्स का प्रकारस्नातक डिग्री कोर्सडिप्लोमा कोर्स
अवधि3 से 4 वर्ष1 से 2 वर्ष
योग्यता12वीं पास किसी भी स्ट्रीम से10वीं या 12वीं पास
प्रवेश प्रक्रियाएंट्रेंस एग्जाम या मेरिट बेस्डसामान्यतः डायरेक्ट एडमिशन
मुख्य विषयफैशन इलस्ट्रेशन, टेक्सटाइल साइंस, गारमेंट कंस्ट्रक्शन, CAD, फैशन मार्केटिंगफैशन स्केचिंग, फैब्रिक स्टडी, बेसिक कंस्ट्रक्शन, कलर थ्योरी
शिक्षण तरीकाथ्योरी + प्रैक्टिकल + प्रोजेक्ट + इंटर्नशिपप्रैक्टिकल बेस्ड, कम थ्योरी
करियर स्कोपफैशन डिजाइनर, स्टाइलिस्ट, टेक्सटाइल डिजाइनर, फैशन कंसल्टेंट, ब्रांड ओनरफैशन असिस्टेंट, बुटीक ओनर, डिजाइन ट्रेनी, मर्चेंडाइज़र
सैलरी रेंज (प्रारंभिक)₹3 लाख – ₹6 लाख प्रति वर्ष₹1.5 लाख – ₹3 लाख प्रति वर्ष
हायर स्टडी विकल्पMFD, MBA (Fashion Mgmt), MA (Design), PG DiplomaBFD, अन्य अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स
उपयुक्त किसके लिएवे छात्र जो फैशन में दीर्घकालिक करियर चाहते हैंवे छात्र जो कम समय में स्किल्स सीखकर काम शुरू करना चाहते हैं
कोर्स का स्तरप्रोफेशनल / एडवांस्डबेसिक / फाउंडेशन लेवल
प्रोजेक्ट वर्कआवश्यक (फैशन शो, पोर्टफोलियो आदि)कुछ संस्थानों में वैकल्पिक
इंडस्ट्री एक्सपोजरअधिक (इंटर्नशिप, शो, प्रतियोगिताएं)सीमित
फीस रेंज (संस्थान पर निर्भर)₹1 लाख – ₹5 लाख तक₹50,000 – ₹1.5 लाख तक

निष्कर्ष (Conclusion):

  • अगर आप फैशन इंडस्ट्री में एक दीर्घकालिक, प्रोफेशनल और रिसर्च-बेस्ड करियर की योजना बना रहे हैं, तो BFD आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।
  • वहीं अगर आप कम समय और कम बजट में फैशन डिजाइनिंग सीखकर जल्दी से करियर शुरू करना चाहते हैं, तो DFD एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

BFD और DFD दोनों कोर्स किसके लिए उपयोगी हैं?

करियर उद्देश्यउपयुक्त कोर्स
प्रोफेशनल डिग्री और उच्च पढ़ाई की योजनाBFD
जल्दी स्किल डेवलपमेंट और काम शुरू करनाDFD
स्वतंत्र बुटीक खोलनादोनों उपयुक्त
फैशन में रिसर्च या टीचिंग करनाBFD

यदि आप फैशन की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं तो आपके लक्ष्य, बजट और समय को ध्यान में रखते हुए उपयुक्त कोर्स चुनना आवश्यक है।

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BFD पाठ्यक्रम पात्रता (BFD Course Eligibility)

भारत में बैचलर ऑफ फैशन डिजाइन (BFD) कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्रता मानदंड आमतौर पर निम्नलिखित होते हैं:

  • शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम (आर्ट्स, कॉमर्स, साइंस) में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए।
  • न्यूनतम अंक: अधिकांश संस्थानों में उम्मीदवार को 12वीं कक्षा में कम से कम 45% से 50% अंक प्राप्त होने चाहिए। कुछ प्रतिष्ठित संस्थानों में उच्च प्रतिशत की आवश्यकता हो सकती है।
  • प्रवेश परीक्षा: कुछ टॉप फैशन डिजाइन संस्थानों जैसे NIFT, NID, और अन्य निजी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए डिजाइन एप्टीट्यूड टेस्ट या संस्थान द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा पास करना अनिवार्य होता है।
  • आयु सीमा: अधिकांश संस्थानों में न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष होती है। कुछ विशेष संस्थानों में अधिकतम आयु सीमा भी निर्धारित हो सकती है, हालांकि यह अनिवार्य नहीं है।
  • रचनात्मक योग्यता: कुछ संस्थानों में प्रवेश के समय उम्मीदवार की रचनात्मकता, स्केचिंग क्षमता और डिज़ाइन सेंस का मूल्यांकन पोर्टफोलियो या इंटरव्यू के माध्यम से किया जाता है।

ये पात्रता मानदंड संस्थान और विश्वविद्यालय के अनुसार भिन्न हो सकते हैं, इसलिए जिस संस्थान में आप आवेदन करना चाहते हैं, उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर पात्रता की जानकारी अवश्य जांचें। यह भी ध्यान रखें कि पात्रता मानदंड पूरा करना प्रवेश की गारंटी नहीं देता — अंतिम चयन अक्सर प्रवेश परीक्षा, साक्षात्कार, और पोर्टफोलियो मूल्यांकन जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर होता है।

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भारत में BFD कोर्स में प्रवेश कैसे प्राप्त करें? (How to get admission in BFD Course in India?)

भारत में BFD (बैचलर ऑफ फैशन डिजाइन) कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया संस्थान और विश्वविद्यालय के आधार पर भिन्न हो सकती है। यह एक अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है जो फैशन इंडस्ट्री में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों को क्रिएटिव और तकनीकी कौशल प्रदान करता है। भारत में BFD कोर्स में प्रवेश पाने के तरीके के बारे में यहाँ एक सामान्य गाइड दी गई है:

1. संस्थानों पर शोध करें (Research the institutions):

सबसे पहले यह तय करें कि आप किन संस्थानों से BFD कोर्स करना चाहते हैं। भारत में कई प्रमुख संस्थान जैसे NIFT (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी), NID (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन), Pearl Academy, Amity School of Fashion, MIT Institute of Design आदि यह कोर्स कराते हैं। उनकी वेबसाइट पर जाकर पात्रता मानदंड, प्रवेश प्रक्रिया, फीस, पाठ्यक्रम की अवधि और फैकल्टी की जानकारी लें।

2. पात्रता मानदंड पूरा करें (Meet the eligibility criteria):

BFD कोर्स में प्रवेश लेने के लिए आमतौर पर निम्नलिखित पात्रता आवश्यक होती है:

  • उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 (किसी भी स्ट्रीम से) उत्तीर्ण होना चाहिए।
  • कुछ संस्थानों में न्यूनतम 45%–50% अंकों की आवश्यकता हो सकती है।
  • कुछ संस्थानों में आयु सीमा भी निर्धारित होती है (जैसे NIFT में अधिकतम आयु 24 वर्ष)।

3. प्रवेश परीक्षा (Entrance Exams):

भारत में कई प्रमुख फैशन संस्थान BFD कोर्स में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षाएँ आयोजित करते हैं। इन परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान, रचनात्मकता, डिजाइन सेंस, स्केचिंग और विश्लेषणात्मक क्षमताओं की जांच की जाती है। प्रमुख प्रवेश परीक्षाएँ इस प्रकार हैं:

  • NIFT Entrance Exam: GAT (General Ability Test) और CAT (Creative Ability Test)
  • NID DAT (Design Aptitude Test): प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा
  • UCEED (Undergraduate Common Entrance Examination for Design)
  • AIEED (All India Entrance Examination for Design)
  • अन्य निजी विश्वविद्यालयों की संस्थागत परीक्षाएँ जैसे Pearl Academy Entrance, Amity Entrance Test आदि

4. आवेदन जमा करें (Submit an application):

पात्रता मानदंड पूरा करने और प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने के बाद, अपनी पसंद के संस्थानों में आवेदन करें। आवेदन प्रक्रिया में निम्नलिखित शामिल हो सकता है:

  • ऑनलाइन/ऑफलाइन आवेदन फॉर्म भरना
  • आवेदन शुल्क का भुगतान करना
  • आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड या जमा करना (जैसे कि मार्कशीट, फोटो, आईडी प्रूफ आदि)

5. चयन प्रक्रिया (Selection process):

प्रवेश परीक्षा देने के बाद, संस्थान द्वारा मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। कुछ संस्थान परीक्षा स्कोर के साथ-साथ निम्नलिखित आधारों पर भी चयन करते हैं:

  • पोर्टफोलियो प्रेजेंटेशन: जिसमें छात्र अपने डिज़ाइन, स्केच, आर्टवर्क आदि प्रस्तुत करते हैं।
  • पर्सनल इंटरव्यू या स्टेटमेंट ऑफ पर्पज़ (SOP): छात्र की सोच, व्यक्तित्व और करियर गोल्स को जांचने के लिए।
  • समूह चर्चा या कार्यशाला (जहां लागू हो)

6. अंतिम प्रवेश (Final Admission):

चयन सूची में नाम आने के बाद आपको सीट अलॉट की जाएगी। अंतिम प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होते हैं:

  • एडमिशन फीस का भुगतान
  • दस्तावेज़ सत्यापन
  • कॉलेज में रिपोर्टिंग और कोर्स की शुरुआत

महत्वपूर्ण दस्तावेज़ (Important Documents Required)

  • 10वीं और 12वीं की मार्कशीट और प्रमाणपत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • जन्म प्रमाण पत्र
  • पहचान पत्र (आधार कार्ड आदि)
  • प्रवेश परीक्षा स्कोरकार्ड (जहाँ लागू हो)
  • जाति/आरक्षण प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • निवास प्रमाण पत्र

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भारत में BFD कोर्स के लिए शीर्ष प्रवेश परीक्षाएं (Top Entrance Exams for BFD Course in India)

यदि आप भारत में फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं और BFD (Bachelor of Fashion Design) कोर्स में प्रवेश लेने की योजना बना रहे हैं, तो आपको प्रमुख फैशन संस्थानों द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षाओं (Entrance Exams) की जानकारी होनी चाहिए। ये परीक्षाएं छात्रों की रचनात्मकता, स्केचिंग स्किल्स, सामान्य ज्ञान और डिज़ाइन एबिलिटी का मूल्यांकन करती हैं।

यहाँ भारत में BFD कोर्स के लिए शीर्ष प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी गई है:

1. NIFT Entrance Exam (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी प्रवेश परीक्षा)

  • आयोजक संस्था: National Institute of Fashion Technology (NIFT)
  • परीक्षा स्तर: राष्ट्रीय
  • पाठ्यक्रम: GAT (General Ability Test), CAT (Creative Ability Test), Situation Test
  • पात्रता: 10+2 किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से
  • प्रवेश: B.Des (Fashion Design), Accessory Design, Textile Design आदि
  • आधिकारिक वेबसाइट: www.nift.ac.in

2. NID DAT (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन – डिजाइन एप्टीट्यूड टेस्ट)

  • आयोजक संस्था: National Institute of Design (NID)
  • परीक्षा स्तर: राष्ट्रीय
  • पाठ्यक्रम: प्रीलिम्स (ड्राइंग, स्केचिंग, क्रिएटिव थिंकिंग) + मेन्स (स्टूडियो टेस्ट और इंटरव्यू)
  • पात्रता: 10+2 किसी भी स्ट्रीम से
  • प्रवेश: B.Des (Fashion Communication, Textile, Apparel Design आदि)
  • आधिकारिक वेबसाइट: www.admissions.nid.edu

3. UCEED (अंडरग्रेजुएट कॉमन एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइन)

  • आयोजक संस्था: Indian Institute of Technology (IIT) Bombay
  • परीक्षा स्तर: राष्ट्रीय
  • पाठ्यक्रम: डिजाइन एबिलिटी, विज़ुअलाइजेशन, लॉजिकल रीजनिंग, एनालिसिस
  • पात्रता: 10+2 (साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स)
  • प्रवेश: B.Des प्रोग्राम्स (IITs और अन्य संस्थानों में)
  • आधिकारिक वेबसाइट: www.uceed.iitb.ac.in

4. AIEED (ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइन)

  • आयोजक संस्था: ARCH College of Design & Business
  • परीक्षा स्तर: राष्ट्रीय
  • पाठ्यक्रम: डिजाइन सोच, क्रिएटिव एबिलिटी, विज़ुअल इमेजिनेशन, जनरल अवेयरनेस
  • पात्रता: 10+2 किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से
  • प्रवेश: B.Des और BBA in Design Entrepreneurship
  • आधिकारिक वेबसाइट: www.aieed.com

5. Pearl Academy Entrance Exam

  • आयोजक संस्था: Pearl Academy of Fashion
  • परीक्षा स्तर: संस्थागत
  • पाठ्यक्रम: General Proficiency Test (GPT), Design Aptitude Test (DAT), Personal Interview
  • पात्रता: 10+2 किसी भी विषय से
  • प्रवेश: BFD, Fashion Styling, Communication Design आदि
  • आधिकारिक वेबसाइट: www.pearlacademy.com

6. SEED (Symbiosis Entrance Exam for Design)

  • आयोजक संस्था: Symbiosis Institute of Design, Pune
  • परीक्षा स्तर: संस्थागत
  • पाठ्यक्रम: स्केचिंग, लॉजिकल रीजनिंग, विज़ुअल सेंस, करंट अफेयर्स
  • पात्रता: 10+2 किसी भी बोर्ड से 50% अंकों के साथ
  • प्रवेश: B.Des (Fashion Communication, Fashion Design, Interior Design आदि)
  • आधिकारिक वेबसाइट: www.sid.edu.in

7. MITID DAT (MIT Institute of Design – Design Aptitude Test)

  • आयोजक संस्था: MIT Institute of Design, Pune
  • परीक्षा स्तर: संस्थागत
  • पाठ्यक्रम: क्रिएटिव स्केचिंग, डिज़ाइन थिंकिंग, अप्लिकेशन टेस्ट, इंटरव्यू
  • पात्रता: 10+2 किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से
  • प्रवेश: B.Des in Fashion Design, Product Design, Communication Design आदि
  • आधिकारिक वेबसाइट: www.mitid.edu.in

8. IIAD Entrance Exam (Indian Institute of Art and Design)

  • आयोजक संस्था: IIAD, दिल्ली (in collaboration with Kingston School of Art, UK)
  • परीक्षा स्तर: संस्थागत
  • पाठ्यक्रम: IDAT (IIAD Design Aptitude Test) + Interview
  • पात्रता: 10+2 किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से
  • प्रवेश: BFD, Fashion Communication, Interior Design आदि
  • आधिकारिक वेबसाइट: www.iiad.edu.in

भारत में BFD कोर्स में प्रवेश पाने के लिए उपरोक्त प्रवेश परीक्षाएं छात्रों के लिए सबसे प्रासंगिक और प्रमुख हैं। यदि आप फैशन डिजाइनिंग में करियर बनाना चाहते हैं, तो इन परीक्षाओं की तैयारी करना और संस्थानों की आवेदन समय-सारणी को समय पर फॉलो करना आवश्यक है।

टिप: हर परीक्षा की तैयारी के लिए पिछली वर्षों के प्रश्नपत्र, पोर्टफोलियो निर्माण, स्केचिंग अभ्यास और करंट फैशन ट्रेंड्स पर नज़र रखें। एक अच्छा स्कोर आपको टॉप फैशन संस्थानों में प्रवेश दिला सकता है।

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BFD कोर्स का सिलेबस (BFD Course Syllabus in India)

BFD कोर्स आमतौर पर 3 से 4 वर्षों का होता है, जिसमें फैशन डिजाइनिंग के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन किया जाता है। इस कोर्स में थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल और वर्कशॉप भी शामिल होते हैं ताकि छात्र डिजाइनिंग के तकनीकी और क्रिएटिव दोनों पहलुओं में दक्ष हो सकें।

यहाँ भारत में BFD (बैचलर ऑफ फैशन डिजाइन) कोर्स का विस्तृत सिलेबस है, जो सामान्यतः अधिकांश फैशन संस्थानों में पढ़ाया जाता है:

पहला वर्ष (First Year)

  • फैशन डिजाइनिंग का परिचय
  • ड्राइंग और स्केचिंग (Sketching & Drawing)
  • डिजाइन के मूल तत्व (Elements of Design)
  • रंग सिद्धांत (Color Theory)
  • फैब्रिक अध्ययन (Fabric Study)
  • कपड़ों के इतिहास और फैशन का विकास (History of Fashion)
  • बुनियादी सिलाई कौशल (Basic Sewing Techniques)
  • क्रिएटिव सोच और डिजाइन प्रक्रिया (Creative Thinking & Design Process)
  • एस्थेटिक्स और कला की बुनियाद (Basics of Aesthetics & Art)
  • कंप्यूटर बेसिक्स (Basic Computer Skills for Design)

दूसरा वर्ष (Second Year)

  • फैशन डिजाइनिंग के सिद्धांत (Principles of Fashion Designing)
  • टेक्सटाइल्स और फैब्रिक प्रॉपर्टीज (Textiles and Fabric Properties)
  • गारमेंट्स का निर्माण (Garment Construction)
  • पैटर्न मेकिंग और ड्राफ्टिंग (Pattern Making and Drafting)
  • फैशन इलस्ट्रेशन (Fashion Illustration)
  • रंग संयोजन और फैब्रिक मिक्सिंग (Color Combination & Fabric Mixing)
  • फेशन टेक्नोलॉजी (Fashion Technology)
  • कंप्यूटर एडेड डिजाइनिंग (CAD for Fashion)
  • मार्केटिंग के मूल तत्व (Basics of Fashion Marketing)
  • फैशन स्टाइलिंग (Fashion Styling)

तीसरा वर्ष (Third Year)

  • एडवांस पैटर्न मेकिंग (Advanced Pattern Making)
  • कपड़ों की फिटिंग और ड्रेपिंग (Fitting and Draping Techniques)
  • फैशन डिजाइन प्रोजेक्ट (Fashion Design Project)
  • फैशन मार्केटिंग और ब्रांडिंग (Fashion Marketing and Branding)
  • फैशन टेक्सटाइल्स की उन्नत समझ (Advanced Fashion Textiles)
  • फैशन फोटोग्राफी (Fashion Photography)
  • फैशन शो और इवेंट मैनेजमेंट (Fashion Show and Event Management)
  • फैशन इंडस्ट्री का व्यावसायिक पक्ष (Business Aspects of Fashion Industry)
  • फैशन के लिए कंप्यूटर ग्राफिक्स (Computer Graphics for Fashion)

चौथा वर्ष (यदि हो तो) / इंटर्नशिप और प्रोजेक्ट

  • व्यावहारिक इंटर्नशिप (Practical Internship)
  • समेकित डिजाइन प्रोजेक्ट (Integrated Design Project)
  • उद्योग से संबंधित अध्ययन (Industry-related Studies)
  • नवीनतम फैशन ट्रेंड्स का अध्ययन (Study of Latest Fashion Trends)
  • रिसर्च मेथडोलॉजी (Research Methodology in Fashion)
  • अंतिम वर्ष का फाइनल प्रोजेक्ट (Final Year Project & Portfolio Preparation)

अन्य महत्वपूर्ण विषय

  • फैशन रिटेल और प्रबंधन (Fashion Retail and Management)
  • फैशन कानून और कॉपीराइट (Fashion Law and Copyright)
  • पर्यावरणीय फैशन (Sustainable Fashion)
  • वैश्विक फैशन उद्योग (Global Fashion Industry)
  • मानव शरीर रचना (Human Anatomy for Fashion Design)

BFD कोर्स का सिलेबस छात्रों को फैशन डिजाइनिंग के हर पहलू से परिचित कराता है, जिसमें क्रिएटिविटी के साथ तकनीकी ज्ञान भी शामिल है। यह कोर्स आपको फैशन इंडस्ट्री में एक सफल पेशेवर बनने के लिए आवश्यक कौशल और समझ प्रदान करता है।

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भारत में BFD पाठ्यक्रम शुल्क (BFD Course Fees in India)

भारत में BFD (बैचलर ऑफ फर्नीचर डिजाइन) कोर्स की फीस संस्थान, राज्य, और सरकारी या निजी संस्थान के आधार पर भिन्न होती है। नीचे BFD कोर्स फीस से संबंधित जानकारी दी गई है:

संस्थान का प्रकारवार्षिक फीस (₹ में)कुल फीस (3 वर्षों के लिए अनुमानित)
🎓 सरकारी कॉलेज₹30,000 से ₹70,000 प्रति वर्ष₹90,000 से ₹2.1 लाख तक
🏛️ निजी कॉलेज₹70,000 से ₹1.5 लाख प्रति वर्ष₹2.1 लाख से ₹4.5 लाख तक
🏥 डेम्ड यूनिवर्सिटी₹1 लाख से ₹2 लाख प्रति वर्ष₹3 लाख से ₹6 लाख तक
कुछ प्रमुख कॉलेजों की अनुमानित फीस:
कॉलेज / विश्वविद्यालय का नामवार्षिक फीस (₹ में)
National Institute of Design (NID), अहमदाबाद₹1.2 लाख – ₹1.8 लाख
MIT Institute of Design, पुणे₹1 लाख – ₹1.5 लाख
Pearl Academy, दिल्ली / मुंबई / जयपुर₹1 लाख – ₹2 लाख
UPES Dehradun₹70,000 – ₹1 लाख
Indian Institute of Art and Design (IIAD), दिल्ली₹90,000 – ₹1.4 लाख
फीस में क्या-क्या शामिल हो सकता है?
  • ट्यूशन फीस
  • लैब और वर्कशॉप फीस
  • डिज़ाइन मैटेरियल्स और उपकरण शुल्क
  • लाइब्रेरी शुल्क
  • प्रोजेक्ट और इंटर्नशिप से जुड़ी फीस
अन्य खर्च (लगभग):
  • हॉस्टल फीस: ₹40,000 – ₹1.2 लाख प्रति वर्ष (स्थान के अनुसार)
  • किताबें और स्टेशनरी: ₹7,000 – ₹15,000 प्रति वर्ष
  • अतिरिक्त वर्कशॉप और सेमिनार: अलग से खर्च हो सकता है
छात्रवृत्ति और आर्थिक सहायता:
  • SC/ST/OBC छात्रों के लिए सरकारी छात्रवृत्ति
  • निजी संस्थानों द्वारा मेरिट-आधारित छात्रवृत्ति
  • राज्य सरकार की योजनाएं (जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश आदि में)

यदि आप BFD कोर्स फीस के बारे में और जानकारी चाहते हैं तो निचे comment करे I

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भारत में BFD कोर्स के बाद करियर विकल्प (Career Options after BFD Course)

BFD (बैचलर ऑफ फर्नीचर डिजाइन) कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के पास रचनात्मकता, तकनीकी कौशल और डिज़ाइन समझ के आधार पर कई बेहतरीन करियर विकल्प उपलब्ध होते हैं। यह कोर्स छात्रों को फर्नीचर डिज़ाइन, इंटीरियर डिज़ाइन, उत्पाद निर्माण, और संबंधित उद्योगों में काम करने के लिए तैयार करता है।

नीचे भारत में BFD कोर्स के बाद उपलब्ध प्रमुख करियर विकल्पों की जानकारी दी गई है:

1. फर्नीचर डिजाइनर (Furniture Designer)

BFD कोर्स का सबसे सामान्य और लोकप्रिय करियर विकल्प है – एक पेशेवर फर्नीचर डिज़ाइनर बनना। इसमें छात्रों को लकड़ी, धातु, प्लास्टिक आदि से फर्नीचर के नए और उपयोगी डिज़ाइनों को विकसित करना होता है।

औसत शुरुआती वेतन: ₹3 लाख – ₹6 लाख प्रति वर्ष

2. इंटीरियर डिजाइनर (Interior Designer)

फर्नीचर डिज़ाइन की समझ रखने वाले छात्रों को इंटीरियर डिज़ाइनिंग में भी शानदार अवसर मिलते हैं। वे आवासीय और व्यावसायिक प्रोजेक्ट्स में इंटीरियर सेटअप का हिस्सा बनते हैं।

औसत शुरुआती वेतन: ₹3 लाख – ₹5 लाख प्रति वर्ष

3. प्रोडक्ट डिजाइनर (Product Designer)

BFD ग्रेजुएट्स को प्रोडक्ट डिज़ाइनिंग क्षेत्र में भी रोजगार मिल सकता है। इसमें नए प्रकार के घरेलू या ऑफिस उत्पादों की डिज़ाइनिंग और मॉडलिंग शामिल होती है।

औसत शुरुआती वेतन: ₹4 लाख – ₹7 लाख प्रति वर्ष

4. CAD डिज़ाइनर (Computer-Aided Designer)

अगर आप CAD (AutoCAD, SketchUp, SolidWorks) जैसे सॉफ्टवेयर में कुशल हैं, तो आप डिज़ाइन फर्मों या आर्किटेक्चर कंपनियों में CAD डिजाइनर बन सकते हैं।

औसत शुरुआती वेतन: ₹3 लाख – ₹5 लाख प्रति वर्ष

5. फर्नीचर निर्माण और उत्पादन प्रबंधक (Furniture Manufacturing & Production Manager)

जो छात्र तकनीकी और निर्माण कौशल में रुचि रखते हैं, वे फर्नीचर निर्माण यूनिट्स में प्रोडक्शन मैनेजर के रूप में काम कर सकते हैं।

औसत शुरुआती वेतन: ₹4 लाख – ₹6 लाख प्रति वर्ष

6. फ्रीलांसर या उद्यमी (Freelancer / Entrepreneur)

आप खुद का डिज़ाइन स्टूडियो, वर्कशॉप या फर्नीचर ब्रांड शुरू कर सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म जैसे Instagram, Pinterest, Etsy और Shopify पर अपने डिज़ाइन्स बेचकर भी कमाई की जा सकती है।

कमाई की सीमा: कौशल, ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर निर्भर

अन्य संभावनाएं:
  • Exhibition Designer
  • Set Designer (फिल्म और थिएटर इंडस्ट्री में)
  • Retail Space Planner
  • Visual Merchandiser
  • Design Consultant
रोजगार क्षेत्र (Employment Areas):
  • फर्नीचर निर्माण कंपनियाँ
  • इंटीरियर डिजाइन फर्म्स
  • आर्किटेक्चर कंपनियाँ
  • सरकारी और निजी हाउसिंग प्रोजेक्ट्स
  • ई-कॉमर्स फर्नीचर ब्रांड्स (Pepperfry, Urban Ladder आदि)
  • स्टार्टअप्स और खुद का व्यवसाय

निष्कर्ष: BFD कोर्स के बाद आपके पास रचनात्मकता और तकनीकी ज्ञान के दम पर एक मजबूत करियर बनाने के कई रास्ते होते हैं। यह कोर्स उन छात्रों के लिए बेहतरीन है जो डिज़ाइन, कला, और नवाचार में रुचि रखते हैं।

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BFD कोर्स के बाद क्या पढ़ें (Courses to Study after BFD Course)

BFD (बैचलर ऑफ फर्नीचर डिजाइन) कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र अपने ज्ञान और कौशल को और विकसित करने के लिए कई प्रकार के विशेषीकृत और उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों का चयन कर सकते हैं। ये कोर्स न केवल उनकी रचनात्मकता को विस्तार देते हैं बल्कि उन्हें एक बेहतर करियर की दिशा में भी मार्गदर्शन करते हैं।

यहां BFD कोर्स के बाद किए जा सकने वाले प्रमुख कोर्सों की सूची दी गई है:

1. मास्टर ऑफ डिजाइन (M.Des – Master of Design)

M.Des भारत में डिजाइन के क्षेत्र में सबसे लोकप्रिय और उन्नत डिग्री है। यदि आपने BFD किया है तो आप M.Des के अंतर्गत फर्नीचर डिज़ाइन, इंटीरियर डिज़ाइन, प्रोडक्ट डिज़ाइन, इंडस्ट्रियल डिज़ाइन जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं।

प्रवेश प्रक्रिया: NID DAT, CEED, कॉलेज की अपनी प्रवेश परीक्षा
अवधि: 2 वर्ष

2. मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स (MFA)

यदि आपकी रुचि कला और रचनात्मक अभिव्यक्ति में है तो MFA एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है। यह कोर्स आपके डिजाइन कौशल को और परिष्कृत करता है और आपको कला के व्यावसायिक पहलुओं को समझने में मदद करता है।

प्रवेश प्रक्रिया: संबंधित विश्वविद्यालय की परीक्षा या मेरिट
अवधि: 2 वर्ष

3. एमबीए इन डिजाइन मैनेजमेंट

जो छात्र डिज़ाइन और मैनेजमेंट दोनों को एक साथ सीखना चाहते हैं, उनके लिए यह कोर्स बेहतरीन है। यह पाठ्यक्रम डिज़ाइन व्यवसाय, मार्केटिंग, ब्रांडिंग और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट जैसे विषयों पर केंद्रित होता है।

प्रवेश प्रक्रिया: CAT, MAT, या संस्थान-स्तरीय परीक्षा
अवधि: 2 वर्ष

4. पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फर्नीचर एंड इंटीरियर डिजाइन

यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जो फर्नीचर या इंटीरियर डिज़ाइनिंग में अधिक व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं। यह एक छोटा लेकिन गहन कोर्स होता है जिसमें वास्तविक जीवन की परियोजनाओं पर कार्य कराया जाता है।

प्रवेश प्रक्रिया: सीधी प्रवेश या संस्थान-स्तरीय टेस्ट
अवधि: 1 से 2 वर्ष

5. सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेस

जो छात्र अल्पकालिक कोर्स करना चाहते हैं उनके लिए निम्नलिखित सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स उपयुक्त हो सकते हैं:

  • AutoCAD for Furniture Design
  • 3D Modeling and Rendering
  • Interior Styling
  • Modular Furniture Design
  • Sustainable Design Practices

अवधि: 3 महीने से 1 वर्ष

6. मास्टर इन इंटीरियर डिजाइन

इस कोर्स में छात्रों को घर, ऑफिस, होटल आदि के आंतरिक स्थानों के व्यावहारिक और सौंदर्यपूर्ण डिज़ाइन के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। यह कोर्स BFD ग्रेजुएट्स के लिए एक स्वाभाविक अगला कदम हो सकता है।

अवधि: 2 वर्ष
प्रवेश प्रक्रिया: सीधी प्रवेश या संस्थान-स्तरीय परीक्षा

7. विदेश में उच्च शिक्षा (Higher Studies Abroad)

BFD के बाद आप विदेशों के प्रतिष्ठित डिज़ाइन स्कूलों में भी प्रवेश ले सकते हैं। कुछ प्रसिद्ध कोर्स हैं:

  • Master in Furniture and Product Design (Europe)
  • MA in Industrial Design (UK)
  • Master of Interior Architecture (USA)
  • Master in Sustainable Design (Australia)

प्रवेश प्रक्रिया: पोर्टफोलियो, IELTS/TOEFL, SOP, LOR

8. रिसर्च और शिक्षण क्षेत्र

जो छात्र शिक्षण या शोध में रुचि रखते हैं, वे आगे चलकर PhD in Design या UGC NET जैसी परीक्षाओं के माध्यम से अकादमिक क्षेत्र में जा सकते हैं।

निष्कर्ष: BFD कोर्स के बाद आपके पास ढेरों उच्च शिक्षा के विकल्प उपलब्ध हैं जो आपको एक विशेषज्ञ, शोधकर्ता, प्रबंधन प्रोफेशनल या सफल डिज़ाइनर बनने में मदद कर सकते हैं। अपने रुचि के अनुसार किसी भी कोर्स का चुनाव करके आप अपने करियर को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं।

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