MPT कोर्स क्या है ? MPT vs MPH, MPT vs MSPT, एडमिशन 2025, योग्यता, प्रवेश परीक्षा इत्यादि

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What is MPT Course in Hindi

बीपीटी कोर्स कर लेने के पश्चात अधिकतर विद्यार्थी यही इच्छा करते हैं कि किसी एक पार्टिकुलर फील्ड में महाराथ हासिल करने के लिए वह एमपीटी कोर्स में ज्वाइन हो सके I आज हम इसी MPT कोर्स के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी देंगे I

एमपीटी कोर्स क्या है ? (What is MPT Course?)

मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी (एमपीटी) भारत में पेश किया जाने वाला फिजियोथेरेपी में स्नातकोत्तर स्तर का पाठ्यक्रम है। यह 2 साल का कार्यक्रम है | यह पाठ्यक्रम फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में उन्नत शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करता है और छात्रों को अत्यधिक कुशल फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में करियर के लिए तैयार करता है।

एमपीटी पाठ्यक्रम आमतौर पर फिजियोथेरेपी में उन्नत विषयों को शामिल करता है, जिसमें शरीर रचना विज्ञान, शरीर विज्ञान, बायोमैकेनिक्स और पुनर्वास, साथ ही फिजियोथेरेपी के विशेष क्षेत्र जैसे खेल चिकित्सा, बाल चिकित्सा, जराचिकित्सा और न्यूरोलॉजी शामिल हैं। पाठ्यक्रम में नैदानिक प्रशिक्षण भी शामिल है, जो छात्रों को विभिन्न शारीरिक स्थितियों वाले रोगियों के इलाज में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है।

एमपीटी पाठ्यक्रम पूरा होने पर, स्नातक पंजीकृत फिजियोथेरेपिस्ट बनने के लिए फिजियोथेरेपी काउंसिल ऑफ इंडिया की परीक्षा देने के पात्र हैं। फिर वे अस्पतालों, क्लीनिकों, पुनर्वास केंद्रों या निजी प्रैक्टिस में फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में अभ्यास कर सकते हैं।

एमपीटी पाठ्यक्रम छात्रों को फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में नेतृत्वकारी भूमिकाओं के लिए तैयार करता है और उन्हें न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, बाल रोग और खेल चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में विशेष कौशल विकसित करने में सक्षम बनाता है। पाठ्यक्रम पूरा होने पर, स्नातक फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में अभ्यास करने और शारीरिक दुर्बलताओं और विकलांगताओं वाले व्यक्तियों के लिए व्यापक देखभाल प्रदान करने के लिए पात्र हैं।

एमपीटी पाठ्यक्रम विषय/विशेषज्ञता (MPT Course Subjects)

भारत में एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) पाठ्यक्रम आमतौर पर फिजियोथेरेपी के क्षेत्र से संबंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करता है। भारत में एमपीटी पाठ्यक्रमों में अध्ययन किए जाने वाले कुछ सामान्य विषयों में शामिल हैं:

  • एनाटॉमी: मानव शरीर की संरचना और कार्य का अध्ययन
  • फिजियोलॉजी: मानव शरीर में विभिन्न प्रणालियों के कार्यों का अध्ययन
  • बायोमैकेनिक्स: मानव गति में शामिल यांत्रिक कानूनों और सिद्धांतों का अध्ययन
  • तंत्रिका विज्ञान: तंत्रिका तंत्र की शारीरिक रचना, शरीर विज्ञान और विकृति विज्ञान का अध्ययन
  • फार्माकोलॉजी: दवाओं की क्रिया और शरीर पर उनके प्रभाव का अध्ययन
  • पैथोलॉजी: रोगों और विकारों के कारणों और प्रक्रियाओं का अध्ययन
  • आर्थोपेडिक्स: हड्डियों, जोड़ों और मांसपेशियों सहित मस्कुलोस्केलेटल प्रणाली का अध्ययन
  • बाल चिकित्सा: बच्चों के लिए भौतिक चिकित्सा और पुनर्वास का अध्ययन
  • कार्डियोपल्मोनरी फिजियोथेरेपी: हृदय और फेफड़ों की स्थिति वाले रोगियों के लिए भौतिक चिकित्सा और पुनर्वास का अध्ययन
  • जराचिकित्सा: वृद्ध वयस्कों के लिए भौतिक चिकित्सा और पुनर्वास का अध्ययन
  • न्यूरोलॉजी: न्यूरोलॉजिकल स्थितियों वाले रोगियों के लिए भौतिक चिकित्सा और पुनर्वास का अध्ययन
  • खेल फिजियोथेरेपी: एथलीटों और खेल से संबंधित चोटों के लिए भौतिक चिकित्सा और पुनर्वास का अध्ययन

मुख्य विषयों के अलावा, एमपीटी पाठ्यक्रम कई प्रकार की विशेषज्ञता भी प्रदान करते हैं, जैसे मस्कुलोस्केलेटल फिजियोथेरेपी, न्यूरोलॉजी, कार्डियोपल्मोनरी फिजियोथेरेपी और बाल रोग। छात्र अपनी रुचि और करियर आकांक्षाओं के अनुसार विशेषज्ञता चुन सकते हैं। प्रस्तावित पाठ्यक्रम और विषय कॉलेज और चुनी गई विशेषज्ञता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।

एमपीटी कोर्स क्यों चुनें ? (Why choose MPT?)

ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से कोई व्यक्ति भारत में एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) कोर्स करना चुन सकता है:

  • कैरियर में उन्नति: एमपीटी फिजियोथेरेपी में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम है और एक उच्च स्तरीय योग्यता है जो व्यक्तियों को अपने करियर को आगे बढ़ाने और नौकरी के अवसरों को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
  • विशेषज्ञता: एमपीटी व्यक्तियों को फिजियोथेरेपी के एक विशिष्ट क्षेत्र, जैसे आर्थोपेडिक्स, न्यूरोलॉजी, बाल चिकित्सा, या खेल चिकित्सा में विशेषज्ञता हासिल करने और उस क्षेत्र में उन्नत कौशल और ज्ञान विकसित करने की अनुमति देता है।
  • रोगी की देखभाल: एमपीटी व्यक्तियों को फिजियोथेरेपी में उन्नत ज्ञान और कौशल से लैस करता है, जिससे वे बेहतर रोगी देखभाल और उपचार परिणाम प्रदान करने में सक्षम होते हैं।
  • अनुसंधान के अवसर: एमपीटी छात्रों को उनकी विशेषज्ञता के क्षेत्र में अनुसंधान करने, क्षेत्र की उन्नति में योगदान देने और रोगी देखभाल पर सकारात्मक प्रभाव डालने के अवसर प्रदान करता है।
  • उद्योग मान्यता: एमपीटी को स्वास्थ्य सेवा उद्योग में मान्यता प्राप्त और सम्मानित किया जाता है, और इस योग्यता के धारक नैदानिक और गैर-नैदानिक दोनों भूमिकाओं के लिए मांग में हैं।

नोट: ये सामान्य कारण हैं और व्यक्तिगत रुचियों, करियर लक्ष्यों और अन्य कारकों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।

एमपीटी और एमपीएच के बीच अंतर (MPT vs MPH)

एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) और एमपीएच (मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ) भारत में पेश किए जाने वाले दो अलग-अलग स्नातकोत्तर कार्यक्रम हैं। इन दोनों पाठ्यक्रमों के बीच मुख्य अंतर हैं:

एमपीटी और एमपीएच कोर्स के बीच अंतर (Difference Between MPT and MPH)

बिंदुMPT (Master of Physiotherapy)MPH (Master of Public Health)
पूरा नाममास्टर ऑफ फिजियोथेरेपीमास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ
कोर्स का उद्देश्यरोगियों की शारीरिक कार्यक्षमता को पुनर्स्थापित करना व सुधारनासामुदायिक और जनस्वास्थ्य में सुधार के लिए नीतियाँ व प्रबंधन
मुख्य फोकसफिजियोथेरेपी तकनीकें, पुनर्वास, व्यायाम चिकित्सासार्वजनिक स्वास्थ्य, महामारी विज्ञान, स्वास्थ्य नीति
कोर्स अवधि2 वर्ष2 वर्ष
योग्यता (Eligibility)BPT (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी)किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन (विशेषकर हेल्थ साइंस/लाइफ साइंस)
प्रवेश प्रक्रियाप्रवेश परीक्षा + मेरिटप्रवेश परीक्षा / मेरिट / इंटरव्यू
प्रमुख विषयऑर्थोपेडिक फिजियोथेरेपी, न्यूरोलॉजिकल फिजियोथेरेपी, कार्डियोपल्मोनरी फिजियोथेरेपीएपिडेमियोलॉजी, बायोस्टैटिस्टिक्स, हेल्थ पॉलिसी, एनवायर्नमेंटल हेल्थ
रोजगार क्षेत्रअस्पताल, पुनर्वास केंद्र, स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी, क्लिनिकWHO, NGO, सरकारी स्वास्थ्य विभाग, पब्लिक हेल्थ रिसर्च
औसत प्रारंभिक वेतन₹3 लाख – ₹6 लाख प्रति वर्ष₹3 लाख – ₹8 लाख प्रति वर्ष
करियर विकल्पक्लिनिकल फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट, प्रोफेसरपब्लिक हेल्थ ऑफिसर, एपिडेमियोलॉजिस्ट, हेल्थ एडमिनिस्ट्रेटर
उच्च शिक्षा के विकल्पPhD in PhysiotherapyPhD in Public Health, Health Policy

निष्कर्ष:

  • MPT उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो व्यक्तिगत रोगी देखभाल, फिजिकल थेरेपी और पुनर्वास सेवाओं में करियर बनाना चाहते हैं।
  • MPH उन छात्रों के लिए बेहतर विकल्प है जो पब्लिक हेल्थ सिस्टम, रिसर्च, और हेल्थ पॉलिसी में काम करना चाहते हैं।

अगर आप मरीजों के शारीरिक उपचार में रुचि रखते हैं, तो MPT चुनें। यदि आप समाज के बड़े स्तर पर स्वास्थ्य सुधार में योगदान देना चाहते हैं, तो MPH उपयुक्त रहेगा।

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एमपीटी और एमएसपीटी के बीच अंतर (MPT vs MSPT)

एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) और एमएसपीटी (मास्टर ऑफ साइंस इन फिजियोथेरेपी) भारत में पेश किए जाने वाले दो अलग-अलग स्नातकोत्तर कार्यक्रम हैं। इन दोनों पाठ्यक्रमों के बीच मुख्य अंतर हैं:

एमपीटी और एमएसपीटी कोर्स के बीच अंतर (Difference Between MPT and MSPT)

बिंदुMPT (Master of Physiotherapy)MSPT (Master of Science in Physiotherapy)
पूरा नाममास्टर ऑफ फिजियोथेरेपीमास्टर ऑफ साइंस इन फिजियोथेरेपी
कोर्स प्रकारप्रोफेशनल/क्लिनिकल डिग्रीअकादमिक/रिसर्च-ओरिएंटेड डिग्री
मुख्य उद्देश्यक्लिनिकल प्रैक्टिस और रोगी देखभाल में विशेषज्ञतारिसर्च, विज्ञान आधारित अध्ययन और अकादमिक कौशल
फोकस एरियाफिजिकल थेरेपी की व्यावहारिक तकनीकें जैसे ऑर्थो, न्यूरो, स्पोर्ट्स आदिफिजियोथेरेपी से जुड़ी वैज्ञानिक रिसर्च, बायोमैकेनिक्स, फिजियोलॉजी आदि
कोर्स अवधि2 वर्ष2 वर्ष
योग्यता (Eligibility)BPT (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी)BPT या संबंधित बैचलर डिग्री + कुछ मामलों में रिसर्च अप्टीट्यूड
प्रवेश प्रक्रियाप्रवेश परीक्षा / मेरिटप्रवेश परीक्षा / SOP + इंटरव्यू (विदेशी विश्वविद्यालयों में)
रोजगार क्षेत्रहॉस्पिटल्स, क्लीनिक, स्पोर्ट्स सेंटर, रिहैबिलिटेशनरिसर्च संस्थान, हेल्थकेयर कंपनियां, उच्च शिक्षा क्षेत्र
करियर विकल्पक्लिनिकल फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्टफिजियोथेरेपी रिसर्चर, लेक्चरर, हेल्थ साइंस एनालिस्ट
प्रमुख देशभारत, नेपाल, बांग्लादेश आदिअमेरिका, कनाडा, यूरोपीय देश (अधिकतर MSPT विदेशों में उपलब्ध होता है)
कोर्स की प्रकृतिप्रैक्टिकल-क्लिनिकलथियोरेटिकल और रिसर्च-फोकस्ड
PhD के लिए उपयुक्तताहांअधिक उपयुक्त (रिसर्च बैकग्राउंड के कारण)

निष्कर्ष:

  • MPT उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो क्लिनिकल प्रैक्टिस और प्रत्यक्ष मरीज देखभाल में करियर बनाना चाहते हैं।
  • MSPT उन छात्रों के लिए है जो रिसर्च, विज्ञान और शिक्षा क्षेत्र में फिजियोथेरेपी के वैज्ञानिक पहलुओं को समझकर कार्य करना चाहते हैं — खासकर विदेश में करियर बनाने की सोच हो तो MSPT बेहतर हो सकता है।

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एमपीटी और पीजीडीपीएन के बीच अंतर (MPT vs PGDPN)

एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) और पीजीडीपीएन (Post Graduate Diploma in Preventive & Promotive Nutrition) भारत में पेश किए जाने वाले दो अलग-अलग कार्यक्रम हैं। इन दोनों पाठ्यक्रमों के बीच मुख्य अंतर हैं:

एमपीटी और पीजीडीपीएन कोर्स के बीच अंतर (MPT vs PGDPN)

तुलना बिंदुMPT (Master of Physiotherapy)PGDPN (Post Graduate Diploma in Preventive & Promotive Nutrition)
पूरा नाममास्टर ऑफ फिजियोथेरेपीपोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन प्रिवेंटिव एंड प्रमोटिव न्यूट्रीशन
कोर्स स्तरमास्टर डिग्रीपोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा
अवधि2 वर्ष1 वर्ष (कुछ संस्थानों में 1.5 वर्ष)
योग्यता (Eligibility)BPT (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी)किसी भी स्नातक डिग्री, विशेषकर B.Sc (Home Science/ Biochemistry/ Nutrition/ Life Sciences)
फोकस एरियाफिजियोथेरेपी तकनीकें जैसे न्यूरो, ऑर्थो, कार्डियो, स्पोर्ट्स रिहैबपोषण, डायटेटिक्स, सार्वजनिक स्वास्थ्य, और जीवनशैली रोगों की रोकथाम
प्रवेश प्रक्रियाप्रवेश परीक्षा / मेरिट बेसिससामान्यतः मेरिट बेसिस या संस्थान स्तर पर प्रवेश
प्रमुख विषयक्लिनिकल फिजियोथेरेपी, मस्कुलोस्केलेटल, न्यूरोलॉजिकल थेरेपीन्यूट्रीशन साइंस, न्यूट्रिशनल थेरेपी, हेल्थ प्रमोशन
करियर क्षेत्रअस्पताल, क्लीनिक, स्पोर्ट्स संस्थान, रिहैब सेंटरहॉस्पिटल डाइटेटिक्स, न्यूट्रिशन क्लिनिक, NGO, हेल्थ अवेयरनेस प्रोग्राम
औसत शुरुआती वेतन₹3 लाख – ₹6 लाख/वर्ष₹2 लाख – ₹4 लाख/वर्ष
उच्च शिक्षा विकल्पPhD in Physiotherapy, Fellowship ProgramsMSc in Nutrition, MPH, PhD in Community Health
कोर्स की प्रकृतिक्लिनिकल और प्रैक्टिकलथ्योरी आधारित, रिसर्च और पब्लिक हेल्थ फोकस्ड

निष्कर्ष:

  • MPT एक क्लिनिकल मास्टर डिग्री है, जो फिजिकल थेरेपी के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान करती है। यह उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो हेल्थकेयर और रिहैबिलिटेशन क्षेत्र में गहराई से काम करना चाहते हैं।
  • PGDPN एक न्यूट्रिशन फोकस्ड डिप्लोमा कोर्स है, जो हेल्थ प्रमोशन, पोषण सलाह, और रोगों की रोकथाम के लिए बेहतर विकल्प है। यह खासतौर पर उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो पब्लिक हेल्थ न्यूट्रिशन, डाइटेटिक्स या एनजीओ सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं।

एमपीटी कोर्स पात्रता (Eligibility for MPT)

भारत में एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) पाठ्यक्रमों के लिए पात्रता मानदंड में आमतौर पर निम्नलिखित शामिल हैं:

  • शैक्षिक योग्यता(Educational Qualification): उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से फिजियोथेरेपी (BPT) में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
  • न्यूनतम प्रतिशत(Minimum %): उम्मीदवारों को अपनी बीपीटी डिग्री में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त होने चाहिए। कुछ संस्थानों में कटऑफ अंक अधिक हो सकते हैं।
  • प्रवेश परीक्षा(Entrance Exams): कुछ संस्थानों को एमपीटी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्र होने के लिए उम्मीदवारों को अखिल भारतीय स्नातकोत्तर मेडिकल प्रवेश परीक्षा (AIPGMEE) जैसी प्रवेश परीक्षा में बैठने की आवश्यकता हो सकती है।

नोट: पात्रता मानदंड विशिष्ट कार्यक्रम और संस्थान के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। एमपीटी पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने से पहले संस्थान के साथ विशिष्ट पात्रता मानदंडों की जांच करना उचित है।

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भारत में एमपीटी कोर्स में प्रवेश कैसे प्राप्त करें? (How to get admission in MPT Course?)

भारत में एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश आम तौर पर निम्नलिखित चरणों के माध्यम से किया जाता है:

  • पात्रता मानदंडों को पूरा करें(Meet the eligibility criteria): यह सुनिश्चित करने के लिए एमपीटी पाठ्यक्रम की पेशकश करने वाले संस्थान से संपर्क करें कि आप पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं, जिसमें आम तौर पर न्यूनतम 50% अंकों के साथ फिजियोथेरेपी (बीपीटी) में स्नातक की डिग्री होना और संभवतः प्रवेश परीक्षा में शामिल होना शामिल है।
  • प्रवेश परीक्षाओं में शामिल हों (यदि आवश्यक हो)(Appear for entrance exams (if required)): कुछ संस्थानों को प्रवेश प्रक्रिया के भाग के रूप में उम्मीदवारों को अखिल भारतीय स्नातकोत्तर मेडिकल प्रवेश परीक्षा (एआईपीजीएमईई) जैसी प्रवेश परीक्षा में बैठने की आवश्यकता हो सकती है।
  • आवेदन पत्र भरें और जमा करें(Fill out and submit the application form): संस्थान की वेबसाइट या प्रवेश कार्यालय से एमपीटी पाठ्यक्रम आवेदन पत्र प्राप्त करें, इसे भरें, और आवश्यक दस्तावेजों, जैसे शैक्षणिक प्रतिलेख और प्रवेश परीक्षा स्कोर के साथ जमा करें।
  • काउंसलिंग/साक्षात्कार में भाग लें(Attend counseling/interview): यदि आवश्यक हो, तो काउंसलिंग या साक्षात्कार दौर में भाग लें, जिसके दौरान संस्थान एमपीटी पाठ्यक्रम के लिए आपकी पात्रता, योग्यता और उपयुक्तता का आकलन करेगा।
  • अपने प्रवेश की पुष्टि करें(Confirm your admission): यदि आप प्रवेश के लिए चुने गए हैं, तो आवश्यक शुल्क का भुगतान करके और कोई भी बकाया दस्तावेज जमा करके प्रवेश प्रक्रिया पूरी करें।

नोट: प्रवेश प्रक्रिया विशिष्ट कार्यक्रम और संस्थान के आधार पर भिन्न हो सकती है, इसलिए सलाह दी जाती है कि एमपीटी पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने से पहले संस्थान के साथ विशिष्ट प्रवेश प्रक्रिया की जांच कर लें।

एमपीटी पाठ्यक्रम प्रवेश परीक्षा (Entrance Exams for MPT)

भारत में, एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कुछ शीर्ष प्रवेश परीक्षाएं हैं:

  • अखिल भारतीय स्नातकोत्तर चिकित्सा प्रवेश परीक्षा (AIPGMEE)(replaced by the NEET PG exam): यह एमपीटी सहित स्नातकोत्तर चिकित्सा और दंत चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है।
  • स्नातकोत्तर के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-PG): यह एमपीटी सहित विभिन्न स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है।
  • राष्ट्रीय महत्व संस्थान संयुक्त प्रवेश परीक्षा (INI-CET): यह एम्स और अन्य संस्थानों द्वारा प्रस्तावित एमपीटी सहित विभिन्न स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है।

नोट: कुछ संस्थानों को एमपीटी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा की आवश्यकता नहीं हो सकती है, या उनकी अपनी प्रवेश परीक्षा हो सकती है। एमपीटी पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने से पहले संस्थान के साथ विशिष्ट प्रवेश प्रक्रिया की जांच करना उचित है।

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एमपीटी पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने के लिए शीर्ष कॉलेज (Top College to study MPT)

यहां भारत में एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) पाठ्यक्रम प्रदान करने वाले कुछ शीर्ष कॉलेज हैं:

नोट: यह सूची संपूर्ण नहीं है, और भारत में कई अन्य कॉलेज भी एमपीटी पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। कॉलेजों की रैंकिंग और चयन स्थान, बुनियादी ढांचे, संकाय और पाठ्यक्रम जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। अपने एमपीटी पाठ्यक्रम के लिए कॉलेज चुनने से पहले गहन शोध करने और विशेषज्ञों से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।

MPT कोर्स सिलेबस (MPT Course Syllabus in Hindi)

MPT (Master of Physiotherapy) एक 2 वर्षीय पोस्टग्रेजुएट डिग्री कोर्स है जो फिजियोथेरेपी के विशेष क्षेत्रों में गहन ज्ञान और क्लिनिकल अनुभव प्रदान करता है। कोर्स के दौरान छात्रों को थ्योरी, प्रैक्टिकल, केस स्टडी, क्लिनिकल ट्रेनिंग और रिसर्च आधारित पढ़ाई कराई जाती है।

नीचे MPT कोर्स के सामान्य सिलेबस की वर्षवार जानकारी दी गई है:

प्रथम वर्ष (First Year)

विषयविवरण
Research Methodology and Biostatisticsरिसर्च के तरीके और मेडिकल आंकड़ों का विश्लेषण
Applied Physiotherapyफिजियोथेरेपी के सिद्धांतों का व्यावहारिक उपयोग
Advanced Exercise Physiologyव्यायाम से शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन
Clinical Trainingअस्पताल या क्लिनिक में फिजियोथेरेपी प्रैक्टिस
Elective Paper (Specialization)जैसे: Musculoskeletal, Neurology, Sports आदि में प्रारंभिक अध्ययन
Seminars and Case Presentationsकेस आधारित लर्निंग और विषय प्रस्तुति

द्वितीय वर्ष (Second Year)

विषयविवरण
Advanced Techniques in Physiotherapyअत्याधुनिक फिजियोथेरेपी तकनीक जैसे IFT, TENS, LASER आदि
Physiotherapy in Specialty Areasविशेष क्षेत्रों में उपचार जैसे कार्डियक, न्यूरो, ऑर्थो
Dissertation/Thesisएक शोध परियोजना जिसे अंतिम वर्ष में प्रस्तुत किया जाता है
Clinical Posting & Vivaक्लिनिकल वर्क के मूल्यांकन के लिए मौखिक परीक्षा
Professional Ethics and Legal Issuesस्वास्थ्य क्षेत्र में नैतिकता और कानूनी जिम्मेदारियां
Final Practicalsव्यावहारिक परीक्षा जिसमें केस हैंडलिंग शामिल होती है

विशेषीकरण (Specializations):
MPT कोर्स के दौरान छात्र निम्नलिखित में से किसी एक विषय में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं:

  • MPT in Orthopaedics
  • MPT in Neurology
  • MPT in Cardio-Pulmonary Sciences
  • MPT in Sports Physiotherapy
  • MPT in Pediatrics
  • MPT in Geriatrics

भारत में MPT कोर्स की फीस (MPT Course Fees in India)

MPT कोर्स की फीस संस्थान, स्थान, स्पेशलाइजेशन और प्रवेश प्रक्रिया पर निर्भर करती है। आमतौर पर सरकारी कॉलेजों में फीस कम और निजी कॉलेजों में अधिक होती है।

संस्थान का प्रकारसालाना फीस (लगभग)कुल कोर्स फीस (2 वर्ष)
सरकारी संस्थान₹30,000 – ₹80,000₹60,000 – ₹1,60,000
निजी संस्थान₹1,00,000 – ₹3,00,000₹2,00,000 – ₹6,00,000
डिम्ड/सेल्फ-फाइनेंस कॉलेज₹1,50,000 – ₹4,00,000₹3,00,000 – ₹8,00,000

कुछ प्रमुख संस्थानों की अनुमानित फीस:

संस्थान का नामसालाना फीस (लगभग)
AIIMS, दिल्ली₹30,000 – ₹50,000
NIMS यूनिवर्सिटी, जयपुर₹1,25,000 – ₹1,75,000
जामिया हमदर्द, दिल्ली₹90,000 – ₹1,20,000
SGT यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम₹2,00,000 – ₹3,00,000
डॉ. डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी, पुणे₹2,50,000 – ₹4,00,000

महत्वपूर्ण जानकारी:

  • ऊपर दी गई फीस अनुमानित है और कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही अंतिम जानकारी लें।
  • हॉस्टल, परीक्षा, लाइब्रेरी, यूनिफॉर्म आदि शुल्क अलग हो सकते हैं।
  • कुछ संस्थान मेरिट और स्कॉलरशिप के आधार पर फीस में छूट भी देते हैं।
  • सरकारी कॉलेजों में प्रवेश अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक होता है, जिनके लिए प्रवेश परीक्षाएं होती हैं।

निष्कर्ष: MPT कोर्स फिजियोथेरेपी में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यह कोर्स न केवल व्यावहारिक कौशल को मजबूत करता है बल्कि शोध, क्लिनिकल अभ्यास और विशेषज्ञता के जरिए एक सफल करियर की नींव रखता है। यदि आप हेल्थकेयर क्षेत्र में प्रोफेशनल बनना चाहते हैं, तो MPT एक स्मार्ट और प्रभावी विकल्प है।

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एमपीटी के बाद करियर स्कोप (Career Options after MPT)

एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) भारत में अत्यधिक मांग वाला कोर्स है और इसके पूरा होने पर छात्र फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में एक उज्ज्वल करियर की उम्मीद कर सकते हैं। शारीरिक पुनर्वास के महत्व के बारे में बढ़ती जागरूकता और जीवनशैली से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं में वृद्धि के कारण भारत में फिजियोथेरेपिस्ट की मांग बढ़ रही है।

भारत में एमपीटी स्नातकों के लिए उपलब्ध कुछ करियर विकल्पों में शामिल हैं:

  • निजी प्रैक्टिस(Private Practice): एमपीटी स्नातक अपनी निजी प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं और व्यक्तियों और संगठनों को फिजियोथेरेपी सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।
  • अस्पताल(Hospitals): एमपीटी स्नातक सरकारी और निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम और पुनर्वास केंद्रों सहित विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में काम कर सकते हैं।
  • खेल चिकित्सा(Sports Medicine): एमपीटी स्नातक खेल टीमों और एथलीटों के साथ काम कर सकते हैं, फिजियोथेरेपी और पुनर्वास सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।
  • शिक्षा और अनुसंधान(Education and Research): एमपीटी स्नातक शिक्षा और अनुसंधान में करियर बना सकते हैं, जिसमें कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शिक्षण और फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में अनुसंधान करना शामिल है।
  • पुनर्वास केंद्र(Rehabilitation Centers): एमपीटी स्नातक पुनर्वास केंद्रों में काम कर सकते हैं, जो शारीरिक विकलांगता और पुरानी स्थितियों वाले व्यक्तियों को फिजियोथेरेपी और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करते हैं।
  • सरकारी एजेंसियां(Government Agencies): एमपीटी स्नातक ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में फिजियोथेरेपी सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय सहित सरकारी एजेंसियों के साथ काम कर सकते हैं।

एमपीटी स्नातकों के लिए विदेश में काम करने के भी अवसर हैं, क्योंकि फिजियोथेरेपी विश्व स्तर पर एक अत्यधिक मूल्यवान पेशा है। भारत में फिजियोथेरेपिस्ट के लिए पारिश्रमिक अनुभव, स्थान, नियोक्ता के प्रकार और कौशल जैसे कारकों के आधार पर भिन्न होता है, लेकिन औसतन, फिजियोथेरेपिस्ट प्रति वर्ष 2,00,000 रुपये से 8,00,000 रुपये के बीच कमाने की उम्मीद कर सकते हैं।

अंत में, फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में विकास और उन्नति के कई अवसरों के साथ एमपीटी एक आशाजनक कैरियर मार्ग है।

एमपीटी पूरा होने के बाद पाठ्यक्रम (Courses to study after MPT)

भारत में एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) की डिग्री पूरी करने के बाद, ऐसे कई पाठ्यक्रम हैं जिन पर स्नातक फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए विचार कर सकते हैं। इनमें से कुछ पाठ्यक्रमों में शामिल हैं:

  • फिजियोथेरेपी में पीएचडी (Ph.D.): यह एक शोध-आधारित डिग्री प्रोग्राम है जो फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में उन्नत ज्ञान और कौशल पर केंद्रित है।
  • विशेषज्ञता में एमपीटी: स्नातक फिजियोथेरेपी के एक विशिष्ट क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं, जैसे कि स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी, जराचिकित्सा फिजियोथेरेपी, या बाल चिकित्सा फिजियोथेरेपी।
  • MHA (मास्टर ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन): यह अस्पताल प्रबंधन और प्रशासन में स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम है, जो एमपीटी डिग्री का पूरक हो सकता है और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की व्यापक समझ प्रदान कर सकता है।
  • MBA (मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन): यह एक सामान्य प्रबंधन डिग्री प्रोग्राम है जो एमपीटी स्नातकों को अपनी निजी प्रैक्टिस शुरू करने या स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन क्षेत्र में काम करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान कर सकता है।
  • पीजी डिप्लोमा(PG Diploma): स्नातक एर्गोनॉमिक्स, पुनर्वास और ऑर्थोपेडिक्स जैसे संबंधित क्षेत्रों में पीजी डिप्लोमा करने पर विचार कर सकते हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इन पाठ्यक्रमों के लिए पात्रता मानदंड और प्रवेश आवश्यकताएँ भिन्न हो सकती हैं, और स्नातकों को अंतिम निर्णय लेने से पहले विभिन्न कार्यक्रमों पर शोध और तुलना करनी चाहिए। इसके अलावा, इनमें से कई पाठ्यक्रमों में पेशेवर लाइसेंस और प्रमाणपत्र बनाए रखने के लिए अतिरिक्त व्यावहारिक अनुभव और सतत शिक्षा की आवश्यकता होती है।

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