
DRIT कोर्स उन छात्रों के लिए आदर्श है जो मेडिकल फील्ड में काम करना चाहते हैं लेकिन लंबी अवधि की पढ़ाई नहीं करना चाहते। यदि आप मेडिकल इमेजिंग, X-ray, CT Scan और MRI जैसी तकनीकों में करियर बनाना चाहते हैं तो DRIT कोर्स एक बेहतरीन विकल्प है। यह कोर्स छात्रों को रेडियोलॉजिकल तकनीकों में दक्ष बनाता है और उन्हें स्वास्थ्य सेवा में एक स्थिर, उच्च-आय और समाज-सेवा आधारित करियर प्रदान करता है। यदि आप विज्ञान पृष्ठभूमि से हैं और मेडिकल तकनीक में रुचि रखते हैं, तो DRIT कोर्स आपके भविष्य के लिए एक मजबूत नींव बन सकता है।
इस कोर्स से आप मेडिकल फील्ड में जल्दी रोजगार प्राप्त कर सकते हैं और भविष्य में BRIT या M.Sc Radiology जैसे उच्च कोर्स भी कर सकते हैं।
DRIT कोर्स क्या है? (What is DRIT Course?)
स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी दक्षता और रेडियोलॉजिकल उपकरणों की मांग के बढ़ते उपयोग के साथ, DRIT कोर्स एक अत्यंत महत्वपूर्ण और व्यावसायिक कोर्स बन गया है।
DRIT (Diploma in Radiology Imaging Technology) एक 2 वर्षीय डिप्लोमा स्तर का कार्यक्रम है, जो छात्रों को रेडियोलॉजिकल इमेजिंग, एक्स-रे, MRI, CT स्कैन, अल्ट्रासाउंड, और अन्य डायग्नोस्टिक उपकरणों के संचालन, रख-रखाव और इमेज एनालिसिस में प्रशिक्षित करता है।
इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को मेडिकल इमेजिंग की तकनीकों और क्लीनिकल डायग्नोस्टिक प्रक्रियाओं की गहरी समझ प्रदान करना है। DRIT कोर्स के दौरान छात्रों को न केवल थ्योरी पढ़ाई जाती है, बल्कि उन्हें विभिन्न अस्पतालों और डायग्नोस्टिक लैब्स में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है।
यह कोर्स मुख्य रूप से उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिन्होंने 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम (PCB या PCM) से पूरी की हो और जो मेडिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हों। DRIT कोर्स पूरा करने के बाद छात्र रेडियोलॉजी टेक्नीशियन, इमेजिंग असिस्टेंट, CT या MRI टेक्नीशियन जैसे पदों पर कार्य कर सकते हैं।
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DRIT कोर्स का अध्ययन क्यों करें? (Why Study DRIT Course?)
आज के आधुनिक चिकित्सा क्षेत्र में रेडियोलॉजिकल तकनीशियनों की बहुत अधिक मांग है। DRIT कोर्स का अध्ययन करने के निम्नलिखित मुख्य कारण हो सकते हैं:
- 1. स्वास्थ्य सेवा में बढ़ती मांग: भारत समेत पूरी दुनिया में हेल्थकेयर सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। रेडियोलॉजिकल इमेजिंग अब किसी भी गंभीर बीमारी की पहचान का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है, जिससे DRIT डिप्लोमा होल्डर्स की मांग भी तेज़ी से बढ़ी है।
- 2. कम समय में नौकरी के लिए तैयार: DRIT एक 2 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है जिसे पूरा करके छात्र जल्दी ही नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। यह उन छात्रों के लिए आदर्श है जो कम समय में मेडिकल क्षेत्र में स्थायी करियर बनाना चाहते हैं।
- 3. उच्च वेतन और स्थिर करियर : एक अनुभवी रेडियोलॉजी टेक्नीशियन को सरकारी और निजी अस्पतालों में ₹20,000 से ₹50,000 प्रति माह तक का वेतन मिल सकता है। अनुभव बढ़ने के साथ यह वेतन और भी बेहतर हो सकता है।
- 4. सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में अवसर: DRIT कोर्स पूरा करने वाले छात्रों को सरकारी अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेंटर, MRI/CT लैब्स, निजी मल्टीस्पेशलिटी अस्पतालों और मेडिकल रिसर्च संस्थानों में काम करने का मौका मिलता है।
- 5. उच्च शिक्षा के अवसर: DRIT कोर्स के बाद छात्र B.Sc. in Radiology Imaging Technology, BMIT (Bachelor in Medical Imaging Technology) या अन्य संबंधित स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला लेकर अपनी शिक्षा जारी रख सकते हैं।
- 6. हेल्थकेयर में सामाजिक योगदान: रेडियोलॉजी तकनीशियन बीमारी की सटीक पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे वे मरीजों की जान बचाने में सहयोग करते हैं। इससे न केवल पेशेवर संतोष मिलता है, बल्कि सामाजिक सम्मान भी प्राप्त होता है।
- 7. प्रैक्टिकल और करियर-ओरिएंटेड कोर्स: इस कोर्स में थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल क्लास, अस्पताल विज़िट, इंटर्नशिप और उपकरणों का उपयोग सिखाया जाता है, जो छात्रों को तुरंत जॉब-रेडी बनाता है।
DRIT कोर्स पात्रता (DRIT Course Eligibility in Hindi)
भारत में डिप्लोमा इन रेडियोलॉजी इमेजिंग टेक्नोलॉजी (DRIT) कोर्स में प्रवेश के लिए सामान्यत: निम्नलिखित पात्रता मानदंड होते हैं:
- शैक्षणिक योग्यता:
उम्मीदवार ने 12वीं कक्षा विज्ञान विषयों (Physics, Chemistry, Biology/Mathematics) के साथ किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से उत्तीर्ण की हो। PCB या PCM दोनों पात्र माने जाते हैं। - न्यूनतम अंक:
अधिकांश संस्थानों में 12वीं में न्यूनतम 45% से 50% अंक अनिवार्य होते हैं। कुछ निजी संस्थानों में यह प्रतिशत अलग हो सकता है। - आयु सीमा:
प्रवेश के समय उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 17 वर्ष और अधिकतम आयु सामान्यतः 25 वर्ष तक होती है (कुछ संस्थानों में छूट भी दी जाती है)। - चिकित्सा फिटनेस:
उम्मीदवार को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वास्थ्यपूर्ण होना चाहिए, क्योंकि DRIT कोर्स में व्यावहारिक प्रशिक्षण और अस्पतालों में कार्य करना शामिल होता है।
महत्वपूर्ण नोट: DRIT कोर्स की पात्रता मानदंड अलग-अलग संस्थानों और राज्यों के अनुसार थोड़े-बहुत बदल सकते हैं। इसलिए आवेदन से पहले संबंधित कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट या जानकारी पुस्तिका अवश्य पढ़ें।
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भारत में DRIT कोर्स में प्रवेश कैसे प्राप्त करें? (How to Get Admission in DRIT Course in India)
यदि आप भारत में DRIT (Diploma in Radiology Imaging Technology) कोर्स करना चाहते हैं, तो नीचे दी गई प्रवेश प्रक्रिया का पालन करें:
1. पात्रता की पुष्टि करें (Check Eligibility Criteria):
सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने 12वीं कक्षा विज्ञान विषयों के साथ पूरी की है और आपके अंक DRIT कोर्स की न्यूनतम पात्रता के अनुसार हैं।
2. संस्थान और कॉलेज खोजें (Research Colleges & Institutes):
भारत में DRIT कोर्स कराने वाले कुछ प्रमुख संस्थानों के उदाहरण:
- दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट (DPMI)
- राजीव गांधी पैरामेडिकल कॉलेज
- सुभारती यूनिवर्सिटी, मेरठ
- गैलक्सी इंस्टिट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज, भोपाल
- सरकारी मेडिकल कॉलेजों के पैरामेडिकल डिपार्टमेंट्स
आपको इन कॉलेजों की वेबसाइट पर जाकर प्रवेश प्रक्रिया, फीस, सिलेबस और अन्य विवरण देखने चाहिए।
3. प्रवेश प्रक्रिया को समझें (Understand Admission Process):
DRIT कोर्स में आमतौर पर निम्नलिखित तरीकों से प्रवेश होता है:
- सीधा प्रवेश (Direct Admission): कुछ निजी संस्थान मेरिट के आधार पर सीधा प्रवेश देते हैं।
- प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam): कुछ सरकारी या प्रतिष्ठित संस्थान संस्थागत प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं।
- साक्षात्कार (Interview): कुछ संस्थानों में चयन के लिए साक्षात्कार भी लिया जाता है।
4. आवेदन प्रक्रिया पूरी करें (Complete the Application Process):
- संस्थान की वेबसाइट से आवेदन फॉर्म भरें या ऑफलाइन आवेदन करें।
- सभी जरूरी दस्तावेज़ जैसे मार्कशीट, आईडी प्रूफ, फोटो आदि जमा करें।
- आवेदन शुल्क का भुगतान करें (₹500 से ₹2000 तक हो सकता है)।
5. मेरिट लिस्ट या चयन प्रक्रिया (Merit List / Selection Process):
प्रवेश परीक्षा या 12वीं की मेरिट के आधार पर चयन सूची तैयार की जाती है। चयनित छात्रों को अगले चरणों के लिए सूचित किया जाता है।
6. दस्तावेज़ सत्यापन और फीस भुगतान (Document Verification & Fee Payment):
- चयनित छात्रों को सभी मूल प्रमाणपत्र और फोटो के साथ रिपोर्ट करना होता है।
- उसके बाद तय की गई कोर्स फीस जमा करनी होती है।
जरूरी दस्तावेज़ (Important Documents for Admission in DRIT Course):
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट और प्रमाणपत्र
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- पहचान पत्र (आधार कार्ड, वोटर ID आदि)
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट
- प्रवेश परीक्षा का स्कोरकार्ड (यदि लागू हो)
भारत में DRIT कोर्स के लिए शीर्ष प्रवेश परीक्षाएं (Top Entrance Exams for DRIT Course in India)
यदि आप भारत में DRIT (Diploma in Radiology Imaging Technology) कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं, तो आपको कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं और चयन प्रक्रियाओं की जानकारी होनी चाहिए। DRIT एक पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्स है, जो मेडिकल इमेजिंग, X-ray, MRI, CT Scan आदि के क्षेत्र में करियर बनाने का रास्ता खोलता है।
यहाँ भारत में DRIT कोर्स में प्रवेश के लिए कुछ प्रमुख प्रवेश प्रक्रियाएं और परीक्षाओं की सूची दी गई है:
1. State-Level Paramedical Entrance Exams (राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाएं)
- उदाहरण: UP Paramedical, Bihar Paramedical, Maharashtra Paramedical, Rajasthan Paramedical Test
- योग्यता: 12वीं (PCB/PCM) पास
- विषय: Physics, Chemistry, Biology, General Knowledge
- प्रवेश: DRIT और अन्य पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्स
2. CUET UG (कुछ विश्वविद्यालयों के लिए)
- आयोजक संस्था: NTA (National Testing Agency)
- उद्देश्य: कुछ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में DRIT जैसे डिप्लोमा या B.Voc कोर्स के लिए
- विषय: सामान्य टेस्ट, डोमेन विषय (Biology/Physics)
- आधिकारिक वेबसाइट: https://cuet.samarth.ac.in
3. AIIMS Paramedical Entrance Exam
- प्रवेश: AIIMS Delhi और अन्य AIIMS संस्थानों में पैरामेडिकल कोर्स के लिए
- कोर्स: DRIT समान B.Sc in Radiography & Imaging
- पात्रता: 12वीं PCB
- परीक्षा विषय: PCB, English
4. Private Institute Entrance / Direct Admission
- बहुत से निजी पैरामेडिकल कॉलेज DRIT कोर्स में सीधी प्रवेश प्रक्रिया अपनाते हैं या संस्थान स्तरीय परीक्षा कराते हैं।
- आवश्यक दस्तावेज: 10वीं/12वीं की मार्कशीट, फोटो, आधार कार्ड, आदि।
5. University-Based Entrance Tests
कुछ विश्वविद्यालय जैसे:
- Subharti University (Meerut)
- SRM University (Chennai)
- Galgotias University (Greater Noida)
- Lovely Professional University (Punjab)
इनमें DRIT जैसे डिप्लोमा कोर्स के लिए अपनी प्रवेश परीक्षा या मेरिट के आधार पर चयन होता है।
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DRIT कोर्स का सिलेबस (DRIT Course Syllabus in Hindi)
DRIT (Diploma in Radiology and Imaging Technology) एक 2 से 3 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है, जो मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी के सिद्धांत और व्यावहारिक ज्ञान पर आधारित होता है। इस कोर्स के अंतर्गत छात्रों को X-ray, MRI, CT Scan, Ultrasound, Radiation Safety आदि विषयों का सैद्धांतिक और प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया जाता है।
नीचे DRIT कोर्स का वर्षवार सिलेबस विवरण दिया गया है:
प्रथम वर्ष (First Year)
विषय | विवरण |
---|---|
Human Anatomy | मानव शरीर की संरचना और अंगों का अध्ययन |
Physiology | शरीर के कार्यों और तंत्रों की समझ |
Biochemistry | शरीर में होने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाएं |
Basic Physics for Radiology | रेडियोलॉजी के लिए आवश्यक भौतिकी का परिचय |
Radiation Physics | विकिरण सिद्धांत, प्रकार और प्रयोग |
General Pathology | रोगों के सामान्य कारण और प्रभाव |
Patient Care & Ethics | रोगी की देखभाल, नैतिकता और व्यवहार शास्त्र |
द्वितीय वर्ष (Second Year)
विषय | विवरण |
---|---|
Radiographic Techniques I | X-ray Imaging की तकनीकें और मशीन का संचालन |
Radiographic Anatomy | इमेजिंग में शरीर रचना की पहचान |
Image Processing | इमेज की गुणवत्ता, विकास और डिजिटल तकनीक |
CT Scan Technology | Computed Tomography की प्रक्रिया और उपयोग |
MRI Techniques | Magnetic Resonance Imaging की सिद्धांत और मशीन ऑपरेशन |
Contrast Media | Imaging में उपयोग होने वाले विशेष रंगों का अध्ययन |
Hospital Practice & Records | रिपोर्टिंग, फाइलिंग, PACS आदि की समझ |
तृतीय वर्ष (Internship/Clinical Training)
प्रशिक्षण क्षेत्र | विवरण |
---|---|
X-Ray Department | रोगियों की X-ray लेना, Positioning और Safety |
CT Scan and MRI Lab | मशीन संचालन, इमेज कैप्चरिंग और रिपोर्टिंग |
Radiology Reporting | इमेज के आधार पर रिपोर्ट तैयार करना |
Radiation Safety | विकिरण सुरक्षा नियम और उपकरण |
PACS System & Digital Imaging | Picture Archiving and Communication System |
Patient Handling & Emergency Care | इमरजेंसी में रोगी प्रबंधन और सहयोग |
अन्य महत्वपूर्ण विषय
- Hospital Management
- Biomedical Waste Management
- Computer Applications in Radiology
- Research Basics & Case Studies
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भारत में DRIT कोर्स करने के लिए शीर्ष कॉलेज (Top Colleges to Study DRIT Course in India)
यहाँ भारत के शीर्ष कॉलेजों की सूची दी गई है जहाँ आप DRIT (Diploma in Radiology and Imaging Technology) कोर्स कर सकते हैं:
- AIIMS (All India Institute of Medical Sciences), Delhi
- SGPGIMS (Sanjay Gandhi Postgraduate Institute of Medical Sciences), Lucknow
- CMC Vellore (Christian Medical College), Tamil Nadu
- JIPMER, Puducherry
- KGMU (King George’s Medical University), Lucknow
- Manipal College of Health Professions, Manipal University
- PGIMER, Chandigarh
- Amrita Institute of Medical Sciences, Kochi
- NIMS University, Jaipur
- Subharti Medical College, Meerut
- DY Patil University, Navi Mumbai / Pune
- SRM Institute of Science and Technology, Chennai
- Galgotias University, Greater Noida
- Jamia Hamdard University, New Delhi
- Sharda University, Greater Noida
- Lovely Professional University, Punjab
- Parul University, Vadodara
- MGM Institute of Health Sciences, Navi Mumbai
- Teerthanker Mahaveer University, Moradabad
- Career Point University, Kota
ये सभी संस्थान DRIT कोर्स के लिए अत्याधुनिक लैब, अनुभवी संकाय और इंटर्नशिप की सुविधा प्रदान करते हैं। इनमें से कई संस्थानों में प्रवेश राज्य स्तरीय पैरामेडिकल परीक्षा या मेरिट के आधार पर होता है।
भारत में DRIT कोर्स की फीस (DRIT Course Fees in India)
भारत में DRIT कोर्स की फीस संस्थान, स्थान, सरकारी या निजी कॉलेज और कोर्स की अवधि पर निर्भर करती है। आमतौर पर यह एक 2 से 3 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स होता है।
DRIT कोर्स की सामान्य फीस संरचना:
संस्थान का प्रकार | सालाना फीस (लगभग) | कुल कोर्स फीस (2-3 वर्ष) |
---|---|---|
सरकारी संस्थान | ₹10,000 – ₹50,000 | ₹20,000 – ₹1,50,000 |
निजी संस्थान | ₹50,000 – ₹1,50,000 | ₹1,00,000 – ₹4,50,000 |
डिम्ड / यूनिवर्सिटी कॉलेज | ₹70,000 – ₹2,00,000 | ₹1,50,000 – ₹6,00,000 |
कुछ प्रमुख कॉलेजों की अनुमानित सालाना फीस:
संस्थान का नाम | सालाना फीस (लगभग) |
---|---|
AIIMS, Delhi | ₹10,000 – ₹15,000 |
CMC Vellore | ₹30,000 – ₹50,000 |
Manipal College of Health Professions | ₹1,20,000 – ₹1,50,000 |
NIMS University, Jaipur | ₹90,000 – ₹1,20,000 |
SRM Institute of Science and Technology | ₹1,00,000 – ₹1,40,000 |
Galgotias University, Greater Noida | ₹70,000 – ₹1,00,000 |
Parul University, Vadodara | ₹80,000 – ₹1,10,000 |
Jamia Hamdard University, New Delhi | ₹50,000 – ₹80,000 |
DY Patil University, Pune/Navi Mumbai | ₹1,00,000 – ₹1,50,000 |
Teerthanker Mahaveer University, Moradabad | ₹80,000 – ₹1,20,000 |
महत्वपूर्ण नोट्स:
- उपरोक्त फीस अनुमानित हैं और समय-समय पर कॉलेज की नीति अनुसार बदल सकती हैं।
- फीस में केवल ट्यूशन फीस शामिल हो सकती है; हॉस्टल, एग्ज़ाम, लैब और अन्य शुल्क अतिरिक्त हो सकते हैं।
- सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है लेकिन प्रवेश प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं से होता है।
- कुछ संस्थानों में स्कॉलरशिप, ईडब्ल्यूएस, OBC/SC/ST रिजर्वेशन के तहत फीस में छूट भी मिलती है।
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भारत में DRIT कोर्स के बाद करियर विकल्प (Career Options after DRIT Course in India)
DRIT (Diploma in Radiology and Imaging Technology) कोर्स पूरा करने के बाद छात्र पैरामेडिकल क्षेत्र में रेडियोलॉजी और इमेजिंग तकनीकों के विशेषज्ञ बन जाते हैं। यह कोर्स उन्हें मेडिकल डायग्नोस्टिक प्रक्रियाओं जैसे एक्स-रे, CT स्कैन, MRI, अल्ट्रासाउंड आदि में प्रशिक्षित करता है।
नीचे भारत में DRIT कोर्स के बाद उपलब्ध प्रमुख करियर विकल्पों की जानकारी दी गई है:
1. रेडियोलॉजी टेक्नीशियन (Radiology Technician)
एक्स-रे, CT स्कैन और MRI मशीन को ऑपरेट करने के लिए DRIT धारकों की अस्पतालों में बहुत आवश्यकता होती है।
औसत शुरुआती वेतन: ₹2.5 लाख – ₹4 लाख प्रति वर्ष
2. एक्स-रे टेक्नीशियन (X-Ray Technician)
सरकारी व निजी अस्पतालों, क्लिनिक्स में एक्स-रे रिपोर्ट तैयार करने का कार्य करते हैं।
औसत शुरुआती वेतन: ₹2 लाख – ₹3.5 लाख प्रति वर्ष
3. MRI Technician (एमआरआई टेक्नीशियन)
MRI मशीन को संचालित करने और रिपोर्ट तैयार करने में विशेषज्ञता।
औसत शुरुआती वेतन: ₹3 लाख – ₹5 लाख प्रति वर्ष
4. CT Scan Technician (सीटी स्कैन टेक्नीशियन)
CT Scan मशीन चलाने और स्कैनिंग डेटा तैयार करने में दक्षता।
औसत शुरुआती वेतन: ₹2.5 लाख – ₹4.5 लाख प्रति वर्ष
5. अल्ट्रासाउंड असिस्टेंट / सोनोग्राफर असिस्टेंट
सोनोलॉजिस्ट के साथ मिलकर अल्ट्रासाउंड प्रक्रिया में सहायता करते हैं।
औसत वेतन: ₹2 लाख – ₹3.5 लाख प्रति वर्ष
6. मेडिकल इमेजिंग असिस्टेंट
डॉक्टर्स और रेडियोलॉजिस्ट को स्कैन रिपोर्ट समझने और रोगी की स्थिति को रिकॉर्ड करने में सहायता।
औसत वेतन: ₹2 लाख – ₹3 लाख प्रति वर्ष
7. सेल्स एग्जीक्यूटिव (Radiology Equipment Sales)
रेडियोलॉजिकल उपकरणों (जैसे MRI, CT स्कैन मशीन) की बिक्री में तकनीकी सलाह और डेमो देना।
औसत वेतन: ₹3 लाख – ₹6 लाख प्रति वर्ष + इन्सेंटिव
8. रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट कोऑर्डिनेटर
प्राइवेट अस्पतालों या डायग्नोस्टिक सेंटर में रेडियोलॉजी विभाग का प्रबंधन करना।
औसत वेतन: ₹2.5 लाख – ₹4 लाख प्रति वर्ष
अन्य संभावनाएं:
- Diagnostic Center Technician
- Radiology Lab Assistant
- Medical Transcriptionist (Imaging Reports)
- Freelance Imaging Support
रोजगार क्षेत्र (Employment Areas):
- मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल्स
- डायग्नोस्टिक लैब्स
- निजी क्लिनिक
- सरकारी अस्पताल
- मोबाइल इमेजिंग यूनिट्स
- मेडिकल इक्विपमेंट कंपनियाँ
- हेल्थकेयर स्टार्टअप्स
निष्कर्ष: DRIT कोर्स के बाद छात्रों के पास हेल्थकेयर और डायग्नोस्टिक क्षेत्र में स्थायी और सम्मानजनक करियर की अनेक संभावनाएं होती हैं। यह कोर्स उन्हें व्यावहारिक और तकनीकी दृष्टिकोण से पूरी तरह सक्षम बनाता है।
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DRIT कोर्स के बाद क्या पढ़ें? (Courses to Study after DRIT Course)
DRIT कोर्स पूरा करने के बाद छात्र अपने ज्ञान और योग्यता को और आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न उच्च शिक्षा विकल्पों का चयन कर सकते हैं। नीचे DRIT के बाद किए जा सकने वाले प्रमुख कोर्सों की जानकारी दी गई है:
1. BRIT (Bachelor in Radiology and Imaging Technology)
यह DRIT का अगला स्तर है – एक पूर्ण स्नातक डिग्री प्रोग्राम। इसमें रेडियोलॉजी, MRI, CT, अल्ट्रासाउंड आदि का गहन अध्ययन होता है।
अवधि: 3 वर्ष
प्रवेश: DRIT के बाद सीधे द्वितीय वर्ष में प्रवेश संभव (Lateral Entry)
2. BSc in Medical Imaging Technology
यह कोर्स छात्रों को मेडिकल इमेजिंग की वैज्ञानिक और तकनीकी समझ प्रदान करता है।
अवधि: 3 वर्ष
प्रवेश प्रक्रिया: प्रवेश परीक्षा या मेरिट बेसिस
3. BSc Radiology and Diagnostic Imaging
यह एक स्पेशलाइज्ड BSc डिग्री है जो रेडियोलॉजी तकनीकों, इमेजिंग प्रोसेसिंग, और नैदानिक प्रक्रिया पर केंद्रित है।
अवधि: 3 वर्ष
4. डिप्लोमा इन MRI / CT Scan Technology
DRIT के बाद स्पेशलाइजेशन के रूप में MRI या CT स्कैन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा किया जा सकता है।
अवधि: 1 – 2 वर्ष
फायदा: किसी विशेष स्कैनिंग तकनीक में एक्सपर्ट बन सकते हैं।
5. सर्टिफिकेट कोर्सेस (Short-Term Specialization)
यदि आप अल्पकालिक कोर्स करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए विकल्प उपयुक्त हैं:
- Certificate in Digital Radiography
- Certificate in Ultrasound Technology
- PACS (Picture Archiving and Communication System) Training
- Advanced MRI or CT Scan Operation
अवधि: 6 महीने से 1 वर्ष
6. B.Voc in Radiology and Medical Imaging
B.Voc (बैचलर ऑफ वोकेशनल एजुकेशन) कोर्स उन छात्रों के लिए है जो प्रैक्टिकल और स्किल-आधारित प्रशिक्षण चाहते हैं।
अवधि: 3 वर्ष
7. Higher Studies Abroad
विदेशों में BSc Imaging, BSc Radiography या Advanced Medical Imaging कोर्स करके ग्लोबल अवसर प्राप्त किए जा सकते हैं।
प्रवेश प्रक्रिया: IELTS/TOEFL + SOP + पोर्टफोलियो
8. Healthcare Management या MBA in Hospital Management
यदि आप रेडियोलॉजी से हटकर मैनेजमेंट क्षेत्र में जाना चाहते हैं, तो यह एक उत्कृष्ट विकल्प है।
अवधि: 2 वर्ष
प्रवेश: CAT, MAT, XAT या संस्थान स्तर की परीक्षा
निष्कर्ष: DRIT कोर्स के बाद छात्र तकनीकी, विशेषज्ञता और प्रबंधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में आगे की पढ़ाई कर सकते हैं। यह उच्च शिक्षा विकल्प उन्हें बेहतर जॉब प्रोफाइल, उच्च वेतन और प्रोफेशनल ग्रोथ के लिए तैयार करते हैं।
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