MID कोर्स क्या है? पूरी जानकारी – पात्रता, सिलेबस, फ़ीस, करियर विकल्प इत्यादि

what is mid course in hindi
MID Course Details in Hindi

अगर आपने भी अपना BID कोर्स पूरा कर लिया है तो अब समय आ गया है की इसे मास्टर करने का I जिसके लिए अब आपको MID कोर्स करने की आवश्यकता होगी I

MID कोर्स क्या है? (What is MID Course?)

मास्टर ऑफ इंटीरियर डिजाइन (MID) एक स्नातकोत्तर (Postgraduate) स्तर का डिग्री प्रोग्राम है जो इंटीरियर डिजाइनिंग के क्षेत्र में गहराई से ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। यह कोर्स खासतौर पर उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो इंटीरियर डिजाइनिंग में करियर बनाना चाहते हैं या इस क्षेत्र में पहले से स्नातक डिग्री (जैसे BID, B.Sc. Interior Design, B.Arch आदि) प्राप्त कर चुके हैं और अपने कौशल को और आगे बढ़ाना चाहते हैं।

यह प्रोग्राम आमतौर पर 2 वर्षों का होता है और इसमें थ्योरी, प्रैक्टिकल, डिज़ाइन स्टूडियो, लाइव प्रोजेक्ट्स और इंटर्नशिप शामिल होती हैं। इस कोर्स में इंटीरियर स्पेस प्लानिंग, कलर थ्योरी, फर्नीचर डिज़ाइन, लाइटिंग डिज़ाइन, CAD, सस्टेनेबल डिज़ाइन, बिल्डिंग कोड्स, और क्लाइंट मैनेजमेंट जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।

MID का अध्ययन क्यों करें? (Why Study MID Course?)

  • करियर में विशेषज्ञता: यह कोर्स छात्रों को इंटीरियर डिजाइनिंग में विशेषज्ञता प्रदान करता है और उन्हें बड़े प्रोजेक्ट्स और कॉर्पोरेट क्लाइंट्स को हैंडल करने की क्षमता देता है।
  • उन्नत डिजाइन कौशल: MID कार्यक्रम में छात्रों को एडवांस सॉफ्टवेयर, थ्योरी और स्टूडियो आधारित प्रशिक्षण के ज़रिए तकनीकी और रचनात्मक डिज़ाइन कौशल सिखाए जाते हैं।
  • उच्च वेतन और नौकरी के अवसर: इस कोर्स के बाद उम्मीदवारों को मल्टीनेशनल डिज़ाइन फर्म्स, आर्किटेक्चरल फर्म्स, रियल एस्टेट कंपनियों, और सरकारी संस्थानों में उच्च वेतन वाली नौकरियां मिल सकती हैं।
  • उद्यमिता के अवसर: MID ग्रेजुएट्स खुद की इंटीरियर डिजाइन कंपनी या कंसल्टेंसी भी शुरू कर सकते हैं।
  • रिसर्च और शिक्षा के अवसर: यह डिग्री छात्रों को रिसर्च और टीचिंग जैसे अकादमिक क्षेत्रों के लिए भी तैयार करती है।

MID और MA in ID में अंतर (Difference Between MID and MA in Interior Design)

MID और MA in ID कोर्स के बीच अंतर (Difference between MID and MA in ID in Hindi) पर एक स्पष्ट तुलना निम्नानुसार है :

बिंदुMID (Master of Interior Design)MA in ID (Master of Arts in Interior Design)
कोर्स का पूरा नाममास्टर ऑफ इंटीरियर डिज़ाइनमास्टर ऑफ आर्ट्स इन इंटीरियर डिज़ाइन
डिग्री प्रकारपेशेवर (Professional)अकादमिक/सैद्धांतिक (Academic)
फोकस क्षेत्रडिज़ाइन, तकनीकी स्किल्स, स्टूडियो प्रोजेक्ट्स, प्लानिंग और इंटीरियर स्पेस की संरचनाडिज़ाइन सिद्धांत, रिसर्च, एस्थेटिक्स, आर्ट हिस्ट्री, और विजुअल स्टडीज
कोर्स की प्रकृतिप्रैक्टिकल और तकनीकी-आधारितथ्योरी और रिसर्च-आधारित
उद्देश्यछात्रों को इंटीरियर डिज़ाइन इंडस्ट्री में व्यावहारिक कौशल और पेशेवर योग्यता प्रदान करनाइंटीरियर डिज़ाइन को एक सामाजिक, सांस्कृतिक और सैद्धांतिक दृष्टिकोण से समझना
कोर्स अवधि2 वर्ष2 वर्ष
प्रवेश पात्रताB.Des, BID, B.Arch या समकक्ष डिजाइन डिग्रीBA या B.Sc in Interior Design या संबंधित फील्ड
रोज़गार के अवसरइंटीरियर डिजाइनर, स्पेस प्लानर, प्रोजेक्ट मैनेजर, डिज़ाइन कंसल्टेंटडिज़ाइन रिसर्चर, लेक्चरर, आर्ट डायरेक्टर, डिज़ाइन थ्योरिस्ट
उपयुक्त छात्रों के लिएजो इंडस्ट्री-ओरिएंटेड और प्रैक्टिकल डिज़ाइन कैरियर चाहते हैंजो डिजाइन के अकादमिक या रिसर्च क्षेत्र में जाना चाहते हैं

निष्कर्ष: यदि आप तकनीकी और प्रैक्टिकल स्किल्स के साथ इंटीरियर डिज़ाइन इंडस्ट्री में प्रत्यक्ष रूप से कार्य करना चाहते हैं, तो MID आपके लिए उपयुक्त विकल्प है।यदि आप डिज़ाइन के सैद्धांतिक, रिसर्च या शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो MA in ID बेहतर विकल्प हो सकता है।

भारत में MID कोर्स की पात्रता (Eligibility for MID Course in India)

भारत में Master of Interior Design (MID) कोर्स में प्रवेश पाने के लिए उम्मीदवार को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक होता है:

  • शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से इंटीरियर डिज़ाइन, आर्किटेक्चर (B.Arch), BID (Bachelor of Interior Design), B.Des, या संबंधित विषय में स्नातक (Bachelor’s Degree) होनी चाहिए। अधिकतर संस्थान कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक डिग्री की मांग करते हैं। कुछ संस्थान 10+2+3 या 10+2+4 पैटर्न को मान्यता देते हैं।
  • प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam): कुछ प्रतिष्ठित संस्थान प्रवेश परीक्षा (Entrance Test) आयोजित करते हैं, जिनमें डिज़ाइन एप्टीट्यूड, क्रिएटिव थिंकिंग, ड्राइंग स्किल्स और जनरल अवेयरनेस की जांच की जाती है। कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं हैं:
    • CEED (Common Entrance Exam for Design)
    • NID PG Entrance Test
    • Institute-specific exams (जैसे MIT Pune, Srishti Bangalore आदि)
  • पोर्टफोलियो और इंटरव्यू: कई संस्थान डिज़ाइन पोर्टफोलियो की मांग करते हैं जिसमें आपके पिछले डिज़ाइन कार्य, प्रोजेक्ट्स और स्केचेज़ शामिल होते हैं। अंतिम चयन आमतौर पर इंटरव्यू/पर्सनल इंटरेक्शन के आधार पर किया जाता है।
  • आयु सीमा: MID कोर्स के लिए किसी विशेष आयु सीमा का निर्धारण नहीं होता है, परंतु कुछ संस्थान अधिकतम आयु सीमा निर्धारित कर सकते हैं।

नोट: हर संस्थान की पात्रता शर्तें थोड़ी अलग हो सकती हैं, इसलिए आवेदन करने से पहले संबंधित संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नवीनतम जानकारी ज़रूर प्राप्त करें।

भारत में MID कोर्स में प्रवेश कैसे प्राप्त करें?(How to get admission in MID Course in India?)

भारत में मास्टर ऑफ इंटीरियर डिज़ाइन (MID) कोर्स में प्रवेश पाने के लिए उम्मीदवारों को एक सुव्यवस्थित प्रक्रिया का पालन करना होता है, जो आमतौर पर निम्नलिखित चरणों में पूरी होती है:

  1. शोध करें: सबसे पहले उन विश्वविद्यालयों और डिजाइन संस्थानों की सूची तैयार करें जो MID कोर्स ऑफर करते हैं जैसे – NID, CEPT University, Pearl Academy, और अन्य। उनके पाठ्यक्रम की संरचना, फीस, प्लेसमेंट और स्थान की तुलना करें।
  2. पात्रता की जांच करें: सुनिश्चित करें कि आप MID कोर्स के लिए निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। सामान्यतः, उम्मीदवार के पास B.Des, BID, B.Arch या समकक्ष स्नातक डिग्री होनी चाहिए।
  3. प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam): अधिकांश टॉप कॉलेजों में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को एक राष्ट्रीय या संस्थागत स्तर की प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है। इसमें डिज़ाइन एप्टीट्यूड, ड्राइंग स्किल, जेनरल अवेयरनेस, और स्टेटमेंट ऑफ पर्पज (SOP) जैसे भाग हो सकते हैं।
  4. ऑनलाइन आवेदन: जिस संस्थान में आप प्रवेश लेना चाहते हैं, उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें। आवेदन फॉर्म भरें, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और शुल्क का भुगतान करें।
  5. पोर्टफोलियो सबमिशन और इंटरव्यू: कुछ कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान पोर्टफोलियो की मांग की जाती है, जिसमें आपके पिछले डिज़ाइन प्रोजेक्ट्स शामिल होते हैं। इसके अलावा, पर्सनल इंटरव्यू या स्टेटमेंट ऑफ पर्पज (SOP) भी ज़रूरी हो सकता है।
  6. मेरिट लिस्ट और प्रवेश की पुष्टि: परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर मेरिट लिस्ट जारी होती है। चयनित उम्मीदवारों को ईमेल या पोर्टल के माध्यम से प्रवेश की पुष्टि प्राप्त होती है।
  7. प्रवेश प्रक्रिया पूरी करें: दस्तावेज़ सत्यापन और फीस भुगतान के बाद आपका प्रवेश पूरा माना जाता है।

MID कोर्स के लिए शीर्ष प्रवेश परीक्षाएं(Top Entrance Exams for MID Course in India)

भारत में MID कोर्स में प्रवेश के लिए निम्नलिखित प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं होती हैं:

  • CEED (Common Entrance Examination for Design): IIT Bombay द्वारा आयोजित। NID, CEPT University और अन्य शीर्ष संस्थान इसे मान्यता देते हैं।
  • NID PG Entrance Exam (M.Des) : नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन द्वारा आयोजित। इंटीरियर डिजाइन में मास्टर्स के लिए उपयुक्त।
  • Pearl Academy Entrance Exam: पर्ल एकेडमी द्वारा संचालित। इसमें General Proficiency Test (GPT) + Design Aptitude Test (DAT) और इंटरव्यू शामिल होते हैं।
  • UID Aptitude Test (Unitedworld Institute of Design): गुजरात स्थित UID में प्रवेश के लिए।
  • MITID DAT (MIT Institute of Design Aptitude Test): पुणे स्थित MITID द्वारा संचालित।
  • SRISHTI Entrance and Aptitude Test (SEAT): Srishti Institute of Art, Design & Technology द्वारा आयोजित।

भारत में MID (Master of Interior Design) कोर्स के लिए टॉप कॉलेज

भारत में MID (Master of Interior Design) कोर्स के लिए टॉप कॉलेजों की सूची निम्नानुसार है :

  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन (NID), अहमदाबाद
  • सेप्ट यूनिवर्सिटी (CEPT University), अहमदाबाद
  • स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA), दिल्ली
  • पर्ल एकेडमी, दिल्ली, मुंबई, जयपुर
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ आर्ट एंड डिज़ाइन (IIAD), दिल्ली
  • UID – यूनाइटेडवर्ल्ड इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन, अहमदाबाद
  • डीजेन स्कूल ऑफ डिज़ाइन, नोएडा
  • एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन (MITID), पुणे
  • वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ डिज़ाइन (WUD), सोनीपत
  • श्रीष्टी इंस्टिट्यूट ऑफ आर्ट, डिज़ाइन एंड टेक्नोलॉजी, बेंगलुरु
  • इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिज़ाइन (INIFD), पैन इंडिया कैंपस
  • रचना संसद स्कूल ऑफ इंटीरियर डिज़ाइन, मुंबई
  • जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली/मुंबई
  • आमेटी यूनिवर्सिटी, नोएडा/मुंबई
  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, पंजाब
  • आर्क अकादमी ऑफ डिज़ाइन, जयपुर
  • फ्लेम यूनिवर्सिटी, पुणे
  • डिजाइन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, इंदौर
  • महर्षी दयानंद यूनिवर्सिटी (MDU), रोहतक
  • श्री राम कॉलेज ऑफ आर्ट एंड डिज़ाइन, फरीदाबाद

MID कोर्स का सिलेबस (MID Course Syllabus)

Master of Interior Design (MID) एक पेशेवर स्नातकोत्तर कोर्स है जो छात्रों को इंटीरियर स्पेस की योजना, डिज़ाइन और क्रियान्वयन की विशेषज्ञता देता है। इस कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 वर्ष (4 सेमेस्टर) होती है। नीचे MID कोर्स में पढ़ाए जाने वाले मुख्य विषयों की सूची दी गई है:

पहले वर्ष के विषय:
  • इंटीरियर डिज़ाइन थ्योरी
  • आर्किटेक्चरल ड्राफ्टिंग और ड्रॉइंग
  • इंटीरियर स्पेस प्लानिंग
  • मटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी
  • लाइटिंग एंड कलर थ्योरी
  • इंटीरियर फर्नीचर डिज़ाइन
  • इंटीरियर ग्राफिक्स
  • कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन (CAD)
दूसरे वर्ष के विषय:
  • सस्टेनेबल और ग्रीन इंटीरियर डिज़ाइन
  • एडवांस्ड इंटीरियर डिजाइन प्रोजेक्ट्स
  • एस्थेटिक्स एंड एर्गोनोमिक्स
  • प्रोफेशनल प्रैक्टिस एंड एथिक्स
  • बिल्डिंग सर्विसेज
  • डिज़ाइन रिसर्च मेथडोलॉजी
  • इंटीरियर रेनोवेशन एंड रिस्टोरेशन
  • प्रोजेक्ट वर्क / थीसिस / इंटर्नशिप

नोट: सिलेबस कॉलेज और यूनिवर्सिटी के अनुसार थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन ऊपर दिए गए विषय अधिकतर संस्थानों में पढ़ाए जाते हैं।

भारत में MID कोर्स की फीस (MID Course Fees in India)

भारत में MID कोर्स की फीस कॉलेज के प्रकार और स्थान पर निर्भर करती है। नीचे विभिन्न प्रकार के संस्थानों की फीस का औसत विवरण दिया गया है:

संस्थान का प्रकारसालाना फीस (लगभग)कुल फीस (2 वर्ष)
सरकारी संस्थान₹30,000 – ₹1,00,000₹60,000 – ₹2,00,000
निजी संस्थान₹1,00,000 – ₹3,00,000₹2,00,000 – ₹6,00,000
डीम्ड/सेल्फ फाइनेंस कॉलेज₹1,50,000 – ₹4,00,000₹3,00,000 – ₹8,00,000
कुछ प्रमुख संस्थानों की फीस (संकेतात्मक रूप से):
  • CEPT University, अहमदाबाद: ₹2,00,000 – ₹2,50,000 प्रति वर्ष
  • Pearl Academy, दिल्ली/मुंबई: ₹3,00,000 – ₹4,00,000 प्रति वर्ष
  • MIT Institute of Design, पुणे: ₹2,50,000 – ₹3,50,000 प्रति वर्ष
  • WUD (World University of Design), सोनीपत: ₹1,80,000 – ₹2,50,000 प्रति वर्ष
  • NID, अहमदाबाद: ₹1,00,000 – ₹1,50,000 प्रति वर्ष

नोट: ऊपर दी गई फीस में हॉस्टल, लैब, परीक्षा शुल्क आदि शामिल नहीं हो सकते। सटीक जानकारी के लिए संबंधित कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट ज़रूर देखें।

MID कोर्स के बाद करियर विकल्प (Career Options after MID Course)

MID (Master of Interior Design) कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के पास इंटीरियर डिज़ाइन और आर्किटेक्चर से संबंधित कई पेशेवर क्षेत्रों में करियर बनाने के बेहतरीन अवसर होते हैं। यह कोर्स छात्रों को न केवल रचनात्मकता, बल्कि तकनीकी कौशल, योजना, डिज़ाइन थ्योरी और क्लाइंट हैंडलिंग की समझ भी देता है।

प्रमुख करियर विकल्प:

  1. इंटीरियर डिजाइनर (Interior Designer)
    • रेजिडेंशियल, कॉर्पोरेट, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल आदि क्षेत्रों के लिए इंटीरियर डिजाइन करना।
    • फर्नीचर, रंग, रोशनी और जगह के अनुसार योजना बनाना।
  2. स्पेस प्लानर (Space Planner)
    • छोटी या बड़ी जगहों का बेहतर उपयोग करने की योजना बनाना।
    • ऑफिस, अपार्टमेंट, मॉल आदि के लिए कुशल लेआउट तैयार करना।
  3. फर्नीचर डिजाइनर (Furniture Designer)
    • कार्यात्मक और एस्थेटिक फर्नीचर डिज़ाइन करना।
    • व्यक्तिगत क्लाइंट्स या फर्नीचर कंपनियों के साथ कार्य करना।
  4. 3D विजुअलाइज़र / CAD स्पेशलिस्ट
    • कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन (CAD) और 3D मॉडलिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग कर वर्चुअल डिज़ाइन्स तैयार करना।
    • आर्किटेक्ट्स और इंटीरियर डिज़ाइन फर्मों के साथ सहयोग करना।
  5. सेट डिजाइनर / एक्सहिबिशन डिज़ाइनर
    • थिएटर, टीवी शोज़, फिल्मों, और प्रदर्शनियों के लिए इंटीरियर सेट डिज़ाइन करना।
  6. लाइटिंग डिजाइनर
    • लाइटिंग के सौंदर्य और तकनीकी पहलुओं पर ध्यान देना।
    • आर्ट गैलरी, म्यूजियम, होटलों आदि के लिए उपयुक्त प्रकाश व्यवस्था बनाना।
  7. फ्रीलांस इंटीरियर कंसल्टेंट
    • विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर स्वतंत्र रूप से काम करना।
    • क्लाइंट बेस्ड सेवाएं देना और पोर्टफोलियो तैयार करना।
  8. इंटीरियर ब्रांडिंग विशेषज्ञ
    • रिटेल आउटलेट्स, कैफे, और स्टार्टअप स्पेसेस के लिए ब्रांडिंग और थीम बेस्ड डिज़ाइन बनाना।
  9. प्रोजेक्ट मैनेजर – इंटीरियर डिज़ाइन
    • डिज़ाइन प्रोजेक्ट्स की योजना, बजट, शेड्यूलिंग और टीम मैनेजमेंट का कार्य।
  10. शिक्षा और शोध (Academician/Researcher)
  • इंटीरियर डिज़ाइन कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में लेक्चरर या प्रोफेसर बनना।
  • डिज़ाइन के नए ट्रेंड्स और तकनीकों पर शोध करना।
कहां काम कर सकते हैं?
  • आर्किटेक्चर और इंटीरियर डिज़ाइन फर्म्स
  • रियल एस्टेट कंपनियां
  • कंस्ट्रक्शन फर्म्स
  • सरकारी आवास विकास बोर्ड
  • खुद की डिज़ाइन कंसल्टेंसी
  • डिज़ाइन इंस्टीट्यूट्स और विश्वविद्यालय
वेतन और ग्रोथ:
  • फ्रेशर इंटीरियर डिजाइनर: ₹3 – ₹6 लाख/वर्ष
  • अनुभवी प्रोफेशनल्स: ₹8 – ₹20 लाख/वर्ष
  • फ्रीलांसर/स्वतंत्र कंसल्टेंट: प्रोजेक्ट के अनुसार ₹50,000 – ₹5 लाख प्रति प्रोजेक्ट

नोट: सैलरी अनुभव, स्किल्स, लोकेशन और कंपनी के अनुसार बदल सकती है।

MID कोर्स के बाद कौन से पाठ्यक्रम करें? (Courses to Study after MID in Hindi)

MID (मास्टर ऑफ इंटीरियर डिजाइन) कोर्स पूरा करने के बाद, जो छात्र उच्च शिक्षा या विशेषज्ञता के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, उनके लिए कई उत्कृष्ट शैक्षणिक विकल्प उपलब्ध हैं। नीचे कुछ प्रमुख पाठ्यक्रमों की सूची दी गई है जिन्हें आप MID के बाद कर सकते हैं:

डॉक्टरेट और रिसर्च आधारित कोर्स:

  • Ph.D. in Interior Design
    इंटीरियर डिज़ाइन के किसी विशेष क्षेत्र में शोध करना और अकादमिक करियर बनाना।
  • Ph.D. in Architecture / Built Environment
    संरचनात्मक और इनडोर प्लानिंग पर अनुसंधान।
  • M.Phil. in Design or Architecture
    इंटीरियर डिजाइन के थियोरेटिकल और प्रैक्टिकल पहलुओं पर गहन अध्ययन।

विशेष कोर्स और सर्टिफिकेशन:

  • Post Graduate Diploma in Sustainable Interior Design
    इको-फ्रेंडली डिज़ाइन प्रैक्टिसेज़ और ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट्स पर ध्यान।
  • Certificate Course in Lighting Design
    इंटीरियर और आर्किटेक्चरल स्पेस के लिए उन्नत प्रकाश व्यवस्था पर विशेषज्ञता।
  • Certificate Course in Furniture and Fixture Design
    आधुनिक और यूज़र-सेंट्रिक फर्नीचर डिजाइन करने की ट्रेनिंग।
  • Course in Set and Exhibition Design
    मीडिया, एग्ज़ीबिशन और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए सेट डिज़ाइनिंग।

अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रम:

  • Master of Design (M.Des.) – विदेश में
    यूरोप, अमेरिका, या ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में उन्नत डिज़ाइन शिक्षा प्राप्त करना।
  • Postgraduate Diploma in Interior Architecture – विदेश में
    इंटीरियर डिज़ाइन और आर्किटेक्चर के इंटरफेस पर केंद्रित कोर्स।

बिजनेस और मैनेजमेंट कोर्स:

  • MBA in Design Management
    डिज़ाइन, मार्केटिंग, और मैनेजमेंट को जोड़कर डिज़ाइन बिज़नेस में करियर बनाना।
  • Entrepreneurship Program in Creative Industries
    खुद का डिज़ाइन स्टूडियो या ब्रांड शुरू करने की योजना बना रहे छात्रों के लिए उपयुक्त।

ये सभी कोर्स छात्रों को अपने करियर को विशेषज्ञता, अकादमिक या उद्यमिता के रास्ते पर ले जाने में मदद करते हैं। उचित कोर्स का चयन करने से पहले अपने इंटरेस्ट, स्किल और भविष्य की योजना पर विचार अवश्य करें।

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