BID कोर्स क्या है? पूरी जानकारी in 2025- फ़ीस, सिलेबस, विषय, पात्रता, करियर विकल्प इत्यादि

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what is bid course in hindi
BID Course Details in Hindi

भारत में इंटीरियर डिज़ाइनिंग का क्षेत्र तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, और इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए BID (Bachelor of Interior Design) कोर्स एक बेहतरीन विकल्प है। यह कोर्स न केवल आपके रचनात्मक कौशल को विकसित करता है, बल्कि आपको इमारतों और आंतरिक स्थानों को सुंदर, कार्यात्मक और आरामदायक बनाने की पेशेवर समझ भी प्रदान करता है।

BID कोर्स क्या है? (What is BID Course?)

बैचलर ऑफ इंटीरियर डिजाइन (BID) भारत में एक स्नातक स्तर का कार्यक्रम है, जो छात्रों को आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक इंटीरियर स्पेस को सुंदर, कार्यात्मक और सुरक्षित रूप से डिजाइन करने के लिए आवश्यक सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है। यह कोर्स आमतौर पर 3 से 4 वर्षों का होता है और इसमें स्पेस प्लानिंग, फर्नीचर डिजाइन, कलर थ्योरी, मटेरियल स्टडी, लाइटिंग डिज़ाइन, सस्टेनेबल आर्किटेक्चर और कंप्यूटर एडेड डिजाइन (CAD) जैसे विषय शामिल होते हैं।

BID कार्यक्रम उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जिन्होंने 12वीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम (आर्ट्स, साइंस या कॉमर्स) से पास की हो और जिन्हें इंटीरियर डिजाइनिंग, आर्किटेक्चर और क्रिएटिव डिजाइन में गहरी रुचि हो। इस कोर्स के दौरान छात्रों को लाइव प्रोजेक्ट्स, प्रैक्टिकल सेशन्स, इंटर्नशिप और पोर्टफोलियो डेवलपमेंट जैसे व्यावहारिक अनुभव भी दिए जाते हैं।

BID कोर्स के स्नातकों को इंटीरियर डिजाइनर, स्पेस प्लानर, फर्नीचर डिजाइनर, CAD डिजाइनर, विजुअल मर्चेंडाइज़र, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर और सस्टेनेबल डिजाइन कंसल्टेंट जैसे प्रोफेशनल रोल्स के लिए तैयार किया जाता है। वे आर्किटेक्चर फर्म्स, रियल एस्टेट कंपनियों, डिज़ाइन स्टूडियोज, इंटीरियर डेकोरेशन कंपनियों, और स्वतंत्र डिज़ाइनर के रूप में काम कर सकते हैं। यह कोर्स डिजाइन और रचनात्मकता के क्षेत्र में एक सशक्त और उज्ज्वल भविष्य का मार्ग बनाता है।

BID कोर्स में स्पेशलाइजेशन (BID Course Specializations)

BID कोर्स के दौरान या उसके बाद छात्र विभिन्न विशेष क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं, जो उन्हें किसी विशेष डिजाइन डोमेन में विशेषज्ञ बनने में मदद करता है। कुछ प्रमुख स्पेशलाइजेशन निम्नलिखित हैं:

  • रेजिडेंशियल इंटीरियर डिजाइन (Residential Interior Design): घरों के इंटीरियर स्पेस को डिजाइन और डेकोरेट करने की विशेषज्ञता।
  • कॉर्पोरेट और ऑफिस डिजाइन (Corporate/Office Design): ऑफिस और कार्यस्थल के वातावरण को कार्यक्षम और आकर्षक बनाने पर फोकस।
  • हॉस्पिटैलिटी डिजाइन (Hospitality Design): होटल, रेस्टोरेंट, रिसॉर्ट और कैफे जैसे स्थानों के लिए थीम आधारित डिज़ाइनिंग।
  • कमर्शियल स्पेस डिजाइन (Commercial Space Design): शॉपिंग मॉल, शोरूम, ब्रांड स्टोर्स आदि के इंटीरियर्स का डिजाइन।
  • फर्नीचर डिज़ाइन (Furniture Design): कार्यात्मक और कलात्मक फर्नीचर डिजाइन करने की कला।
  • लैंडस्केप डिजाइन (Landscape Design): बाहरी स्थान जैसे गार्डन, टैरेस, और सार्वजनिक क्षेत्रों का डिज़ाइन।
  • सस्टेनेबल और ग्रीन डिजाइन (Sustainable Design): पर्यावरण के अनुकूल सामग्री और डिज़ाइन सिद्धांतों पर आधारित इंटीरियर डिजाइन।
  • लाइटिंग डिजाइन (Lighting Design): लाइट के प्लेसमेंट और इफेक्ट्स से इंटीरियर की सुंदरता और उपयोगिता बढ़ाना।

ये स्पेशलाइजेशन छात्रों को इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त देते हैं और उन्हें उनकी पसंद के क्षेत्र में गहराई से काम करने का मौका प्रदान करते हैं।

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BID का अध्ययन क्यों करें? (Why Study BID Course?)

ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से कोई व्यक्ति भारत में बैचलर ऑफ इंटीरियर डिजाइन (BID) कोर्स का अध्ययन करना चाह सकता है:

  1. रचनात्मक करियर का अवसर: BID कोर्स उन छात्रों को रचनात्मक क्षेत्र में करियर का मौका देता है जो स्पेस, रंगों, प्रकाश और डिजाइन में रुचि रखते हैं।
  2. बढ़ती हुई मांग: रियल एस्टेट और इंटीरियर डिजाइनिंग इंडस्ट्री में तेजी से विकास हो रहा है, जिससे योग्य इंटीरियर डिजाइनर्स की मांग बढ़ रही है।
  3. व्यवसाय और फ्रीलांसिंग का अवसर: BID स्नातक अपनी खुद की डिज़ाइन कंपनी या फ्रीलांस डिज़ाइन सर्विस भी शुरू कर सकते हैं।
  4. उद्योग आधारित पाठ्यक्रम: इस कोर्स में छात्रों को लाइव प्रोजेक्ट्स, क्लाइंट मीटिंग्स और ऑन-साइट विज़िट्स के माध्यम से इंडस्ट्री एक्सपोज़र मिलता है।
  5. ग्लोबल करियर संभावनाएं: BID कोर्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता प्राप्त है, जिससे छात्र विदेशों में भी काम करने के लिए योग्य बनते हैं।
  6. आर्थिक और पेशेवर विकास: अनुभवी इंटीरियर डिजाइनर्स को अच्छे वेतन के साथ-साथ उद्योग में प्रतिष्ठा भी प्राप्त होती है।
  7. डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी का मिश्रण: CAD, SketchUp, और 3D मॉडलिंग जैसे डिजिटल टूल्स का उपयोग कर छात्र आधुनिक डिज़ाइन विधियों को सीखते हैं।

BID कोर्स छात्रों को रचनात्मक सोच, तकनीकी ज्ञान, और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट जैसे बहुमूल्य कौशल प्रदान करता है, जो उन्हें एक सफल और आत्मनिर्भर करियर की ओर अग्रसर करता है। यह उन छात्रों के लिए एक आदर्श कोर्स है जो डिजाइनिंग में जुनून रखते हैं और जीवन को सुंदरता के माध्यम से संवारे जाने में विश्वास रखते हैं।

BID और DID कोर्स में अंतर (BID vs DID Course)

BID (Bachelor of Interior Design) और DID (Diploma in Interior Design) कोर्स के बीच अंतर निम्नानुसार है, जिससे आप आसानी से दोनों कोर्स की तुलना कर सकें:

बिंदुBID (Bachelor of Interior Design)DID (Diploma in Interior Design)
पूरा नामबैचलर ऑफ इंटीरियर डिज़ाइनडिप्लोमा इन इंटीरियर डिज़ाइन
कोर्स का स्तरस्नातक (UG) डिग्रीडिप्लोमा/सर्टिफिकेट
अवधि3 से 4 वर्ष6 महीने से 2 वर्ष तक
पात्रता (Eligibility)12वीं कक्षा उत्तीर्ण (किसी भी स्ट्रीम से)10वीं या 12वीं कक्षा उत्तीर्ण
गहराई से अध्ययनगहरा अकादमिक और तकनीकी अध्ययनबेसिक से इंटरमीडिएट स्तर का ज्ञान
प्रैक्टिकल एक्सपोज़रप्रोजेक्ट वर्क, इंटर्नशिप, पोर्टफोलियो बिल्डिंगसीमित प्रैक्टिकल वर्क
प्रमुख विषयCAD, स्पेस प्लानिंग, लाइटिंग डिज़ाइन, फर्नीचर डिज़ाइनइंटीरियर बेसिक्स, रंग योजना, फर्नीचर स्टाइलिंग
करियर अवसरइंटीरियर डिजाइनर, प्रोजेक्ट मैनेजर, डिजाइन कंसल्टेंटअसिस्टेंट डिजाइनर, CAD ऑपरेटर, जूनियर डेकोरेटर
उच्च शिक्षा के अवसरM.Des, MBA in Design Management, M.ArchBID, B.Des या अन्य डिग्री प्रोग्राम में प्रवेश
कॉस्ट (शुल्क)₹2 लाख से ₹6 लाख (संस्थान पर निर्भर)₹30,000 से ₹1.5 लाख तक
पहचान और वैल्यूअधिक प्रोफेशनल मान्यता और करियर ग्रोथजल्दी स्किल हासिल करने के लिए उपयुक्त

निष्कर्ष: BID कोर्स उनके लिए बेहतर है जो इंटीरियर डिज़ाइन में गहराई से अध्ययन करना चाहते हैं और एक पूर्णकालिक पेशेवर करियर की योजना बना रहे हैं। DID कोर्स उनके लिए उपयुक्त है जो जल्दी स्किल सीखकर इंटीरियर डिज़ाइनिंग की दुनिया में प्रवेश करना चाहते हैं या जिनके पास सीमित समय और बजट है।

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BID और BA in ID में अंतर (Difference Between BID and BA in ID)

BID (Bachelor of Interior Design) और BA in ID (Bachelor of Arts in Interior Design) के बीच का स्पष्ट अंतर निम्नानुसार है, जिससे आप दोनों कोर्स की तुलना आसानी से कर सकें:

तुलना के बिंदुBID (Bachelor of Interior Design)BA in ID (Bachelor of Arts in Interior Design)
कोर्स का पूरा नामबैचलर ऑफ इंटीरियर डिज़ाइनबैचलर ऑफ आर्ट्स इन इंटीरियर डिज़ाइन
कोर्स का प्रकारप्रोफेशनल/टेक्निकल डिग्रीआर्ट्स स्ट्रीम आधारित अकादमिक डिग्री
अवधि4 वर्ष (कुछ संस्थानों में 3 वर्ष)3 वर्ष
योग्यता (Eligibility)12वीं पास (किसी भी स्ट्रीम से)12वीं पास (आमतौर पर आर्ट्स या किसी भी स्ट्रीम से)
पाठ्यक्रम का फोकसटेक्निकल डिज़ाइन स्किल्स, CAD, स्पेस प्लानिंग, निर्माण तकनीकसैद्धांतिक ज्ञान, आर्ट बेस्ड डिज़ाइन, विजुअल आर्ट्स के साथ इंटीरियर डिज़ाइन
सीखने की गहराईविस्तृत तकनीकी और प्रैक्टिकल अध्ययनरचनात्मक और सैद्धांतिक दृष्टिकोण
प्रमुख विषयCAD, मैटेरियल स्टडी, कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी, स्पेस डिजाइन, 3D मॉडलिंगडिजाइन थ्योरी, इंटीरियर आर्ट हिस्ट्री, कलर थ्योरी, क्रिएटिव स्टूडियोज
प्रोजेक्ट्स और इंटर्नशिपअधिक इंडस्ट्री-ओरिएंटेड प्रोजेक्ट्स और इंटर्नशिपसीमित प्रैक्टिकल वर्क; अधिक थ्योरी आधारित
करियर के अवसरइंटीरियर डिजाइनर, प्रोजेक्ट मैनेजर, डिजाइन कंसल्टेंटइंटीरियर डिजाइनर, डिजाइन रिसर्चर, आर्ट डायरेक्टर
उच्च शिक्षा के विकल्पM.Des, M.Arch, MBA (Design Management)MA in Interior Design, Master of Fine Arts (MFA), M.Des
फीस संरचना₹2 लाख से ₹6 लाख (संस्थान पर निर्भर)₹1 लाख से ₹4 लाख (संस्थान पर निर्भर)
प्रोफेशनल वैल्यूअधिक तकनीकी और उद्योग आधारित मान्यताकला और रचनात्मकता पर अधिक जोर

निष्कर्ष: BID कोर्स उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो तकनीकी दृष्टिकोण से इंटीरियर डिज़ाइन सीखना चाहते हैं और इंडस्ट्री में प्रोफेशनल रोल निभाना चाहते हैं। BA in ID कोर्स उनके लिए अच्छा विकल्प है जो रचनात्मकता, कला, और सैद्धांतिक डिज़ाइन में रुचि रखते हैं और डिजाइन को आर्टिस्टिक नजरिए से सीखना चाहते हैं।

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BID कोर्स की पात्रता (BID Course Eligibility)

भारत में BID कोर्स में प्रवेश लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें होती हैं:

  • शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा (किसी भी स्ट्रीम से) पास होना चाहिए। आर्ट्स, साइंस या कॉमर्स – सभी स्ट्रीम से छात्र आवेदन कर सकते हैं।
  • न्यूनतम अंक: कई संस्थानों में न्यूनतम 50% अंकों की आवश्यकता होती है, हालांकि कुछ कॉलेजों में आरक्षित श्रेणियों के लिए छूट दी जाती है।
  • एंट्रेंस एग्जाम (कुछ कॉलेजों के लिए): कुछ टॉप डिज़ाइन कॉलेजों में प्रवेश के लिए डिज़ाइन आधारित प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इनमें ड्रॉइंग स्किल्स, विजुअलाइजेशन, अप्टीट्यूड और डिज़ाइन थिंकिंग का मूल्यांकन किया जाता है।

नोट: कुछ निजी संस्थान सीधे मेरिट के आधार पर भी प्रवेश देते हैं, जबकि कुछ संस्थानों में पोर्टफोलियो और इंटरव्यू राउंड भी होते हैं।

भारत में BID कोर्स में प्रवेश कैसे लें? (How to Get Admission in BID Course in India)

भारत में बैचलर ऑफ इंटीरियर डिजाइन (BID) कोर्स में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होता है। यह प्रक्रिया संस्थान विशेष पर निर्भर करती है, लेकिन सामान्यत: इसमें एंट्रेंस एग्जाम, मेरिट लिस्ट, पोर्टफोलियो और इंटरव्यू शामिल होते हैं। नीचे इस प्रक्रिया को विस्तार से बताया गया है:

1. प्रवेश परीक्षा (Entrance Exams)

कुछ प्रतिष्ठित डिजाइन संस्थान BID कोर्स में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय या संस्थागत स्तर की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • UCEED (Undergraduate Common Entrance Examination for Design):
    यह परीक्षा IIT बॉम्बे द्वारा आयोजित की जाती है, जिसमें डिज़ाइन एप्टीट्यूड, विज़ुअलाइजेशन, लॉजिकल रीजनिंग और ड्रॉइंग स्किल्स की जांच की जाती है।
  • NID DAT (Design Aptitude Test):
    यह नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन द्वारा संचालित परीक्षा है, जो प्रीलिम और मेन्स दो चरणों में होती है। इसमें रचनात्मकता, कल्पना शक्ति और कलात्मक सोच का मूल्यांकन होता है।
  • AIEED (All India Entrance Exam for Design):
    ARCH College of Design & Business द्वारा आयोजित यह परीक्षा भी BID कोर्स के लिए मान्य होती है।
  • IIAD Entrance Exam, Pearl Academy Entrance Test आदि भी कुछ प्राइवेट संस्थानों द्वारा आयोजित की जाती हैं।

2. मेरिट आधारित प्रवेश (Merit-Based Admission)

कई विश्वविद्यालय और निजी कॉलेज 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर सीधा प्रवेश भी प्रदान करते हैं। इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए:

  • आपको कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
  • जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे।
  • आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा।
  • मेरिट लिस्ट के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।

3. पोर्टफोलियो मूल्यांकन और साक्षात्कार (Portfolio Review and Interview)

कई डिज़ाइन संस्थान छात्रों का चयन उनके पोर्टफोलियो और पर्सनल इंटरव्यू (PI) के माध्यम से भी करते हैं:

  • पोर्टफोलियो में आपकी रचनात्मकता, स्केचिंग, रंग संयोजन, 3D सोच और प्रोजेक्ट वर्क शामिल हो सकते हैं।
  • साक्षात्कार में आपकी सोच, रुचि, कम्युनिकेशन स्किल्स और डिज़ाइन नॉलेज का मूल्यांकन किया जाता है।

4. डायरेक्ट एडमिशन (Direct Admission in Private Colleges)

कुछ निजी संस्थान जैसे कि:

  • JD Institute of Fashion Technology
  • International Institute of Fashion Design (INIFD)
  • Amity School of Design
  • LISAA School of Design
  • Lovely Professional University (LPU)

ये सभी संस्थान डायरेक्ट एडमिशन भी प्रदान करते हैं, जिसमें केवल एप्लीकेशन फॉर्म, क्वालिफिकेशन डॉक्यूमेंट्स और फीस जमा करना होता है।

BID कोर्स में प्रवेश के लिए आवश्यक दस्तावेज़:

  • 10वीं और 12वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • आईडी प्रूफ (आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि)
  • प्रवेश परीक्षा का स्कोर कार्ड (यदि लागू हो)
  • पोर्टफोलियो (जहां आवश्यक हो)

निष्कर्ष: भारत में BID कोर्स में प्रवेश लेने के लिए छात्रों को या तो प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है या फिर मेरिट और पोर्टफोलियो के आधार पर चयन होता है। अगर आप इंटीरियर डिजाइनिंग में करियर बनाना चाहते हैं, तो समय पर प्रवेश परीक्षा की तैयारी करें, पोर्टफोलियो बनाएं और सही संस्थान का चयन करें।

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BID कोर्स के लिए शीर्ष प्रवेश परीक्षाएं (Top Entrance Exams for BID Course in India)

बैचलर ऑफ इंटीरियर डिजाइन (BID) कोर्स में भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए कई प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। ये परीक्षाएं छात्रों की डिज़ाइन सोच, रचनात्मकता, एनालिटिकल स्किल्स और विज़ुअलाइजेशन क्षमता का मूल्यांकन करती हैं। नीचे भारत में BID कोर्स के लिए प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी गई है:

1. UCEED (Undergraduate Common Entrance Examination for Design)

  • आयोजक संस्थान: IIT Bombay
  • प्रवेश हेतु उपयोग: BID सहित B.Des कोर्सेज़ के लिए
  • प्रश्न प्रकार: डिज़ाइन एप्टीट्यूड, विज़ुअल एनालिसिस, लॉजिकल रीजनिंग, और स्केचिंग
  • योग्यता: 12वीं पास या अपीयरिंग
  • मान्य संस्थान: IITs, IIITDM, CEPT University, और कई निजी संस्थान

2. NID DAT (National Institute of Design – Design Aptitude Test)

  • आयोजक: नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन
  • स्तर: प्रीलिम्स और मेन्स
  • उद्देश्य: रचनात्मकता, ड्रॉइंग, विज़ुअल सेंस और डिजाइन प्रोब्लम सॉल्विंग को मापना
  • प्रवेश: BID और अन्य डिजाइन कोर्सेस में
  • मान्य संस्थान: NID Ahmedabad, NID Vijayawada, NID Kurukshetra आदि

3. AIEED (All India Entrance Examination for Design)

  • आयोजक: ARCH College of Design & Business
  • प्रवेश स्तर: UG डिजाइन कोर्सेस
  • परीक्षा प्रारूप: ऑनलाइन टेस्ट, इंटरव्यू, पोर्टफोलियो मूल्यांकन
  • विशेषता: रचनात्मक क्षमता, सामान्य ज्ञान और कम्युनिकेशन स्किल्स की परीक्षा

4. NATA (National Aptitude Test in Architecture)

  • आयोजक: COA (Council of Architecture)
  • मुख्य रूप से: आर्किटेक्चर के लिए, लेकिन कुछ BID प्रोग्राम भी इसे मानते हैं
  • परीक्षा विषय: ड्रॉइंग, एस्थेटिक सेंस, गणित, और जनरल एप्टीट्यूड
  • मान्य संस्थान: कुछ यूनिवर्सिटीज़ और आर्किटेक्चर-केंद्रित डिजाइन कॉलेज

5. IIAD Design Aptitude Test

  • संस्थान: Indian Institute of Art & Design (IIAD), दिल्ली
  • परीक्षा भाग: लिखित परीक्षा + व्यक्तिगत इंटरव्यू
  • उद्देश्य: डिज़ाइन स्किल्स, क्रिएटिव थिंकिंग और विज़ुअल कम्युनिकेशन मूल्यांकन

6. Pearl Academy Entrance Exam

  • संस्थान: पर्ल अकादमी
  • परीक्षा प्रारूप: General Proficiency Test (GPT) + Design Aptitude Test (DAT) + Personal Interview
  • विशेषता: BID समेत अन्य डिजाइन प्रोग्राम्स के लिए प्रवेश

7. SOFT CET (School of Fashion Technology – Common Entrance Test)

  • संस्थान: School of Fashion Technology, पुणे
  • परीक्षा क्षेत्र: BID और इंटीरियर डिजाइन से जुड़े कोर्सेस
  • फॉर्मेट: लिखित परीक्षा + साक्षात्कार

निष्कर्ष: भारत में BID कोर्स में प्रवेश के लिए UCEED और NID DAT जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं सबसे प्रतिष्ठित मानी जाती हैं, जबकि AIEED, Pearl Academy और IIAD जैसी परीक्षाएं निजी संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। यदि आप BID कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं, तो इन परीक्षाओं की तैयारी समय रहते शुरू करें और अपने डिज़ाइन स्किल्स और पोर्टफोलियो को मज़बूत बनाएं।

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भारत में BID कोर्स के टॉप 20 कॉलेज (Top 20 Colleges for BID Course in India)

भारत में बैचलर ऑफ इंटीरियर डिज़ाइन (BID) कोर्स प्रदान करने वाले शीर्ष 20 कॉलेजों की सूची निम्नलिखित है:

  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (NID), अहमदाबाद
  • सर जे.जे. स्कूल ऑफ आर्ट्स, मुंबई
  • पर्ल अकादमी, दिल्ली
  • पर्ल अकादमी, मुंबई
  • पर्ल अकादमी, जयपुर
  • पर्ल अकादमी, बैंगलोर
  • अमिटी स्कूल ऑफ डिजाइन, नोएडा
  • यूनाइटेडवर्ल्ड इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (UID), अहमदाबाद
  • सीईपीटी यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद
  • मणिपाल स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, मणिपाल
  • ARCH कॉलेज ऑफ डिजाइन एंड बिजनेस, जयपुर
  • विश्वकर्मा यूनिवर्सिटी, पुणे
  • MIT इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
  • अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई
  • डॉ. डीवाई पाटिल स्कूल ऑफ डिजाइन, नवी मुंबई
  • NIMS यूनिवर्सिटी, जयपुर
  • इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन (INIFD), मुंबई
  • जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली
  • Raffles Design International, मुंबई
  • GLS इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद

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BID कोर्स का सिलेबस (BID Course Syllabus )

बैचलर ऑफ इंटीरियर डिज़ाइन (BID) कोर्स का सिलेबस रचनात्मकता, तकनीकी कौशल, डिजाइन प्रिंसिपल्स और स्पेस प्लानिंग को संतुलित रूप से विकसित करने के लिए तैयार किया गया है। यह 4 वर्षीय कार्यक्रम आमतौर पर 8 सेमेस्टर में विभाजित होता है और इसमें थ्योरी, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट वर्क और इंटर्नशिप शामिल होती है।

निम्नलिखित BID कोर्स के सामान्य विषयों (Subjects) और सेमेस्टर-वाइज सिलेबस की झलक है:

प्रथम वर्ष (1st Year): आधारभूत डिज़ाइन कौशल
  • इंटीरियर डिजाइन के मूल सिद्धांत
  • ड्राइंग और ग्राफिक्स
  • विजुअल आर्ट्स और एस्थेटिक्स
  • मटेरियल्स एंड कंस्ट्रक्शन
  • कंप्यूटर एडेड डिजाइन (CAD) – I
  • आर्ट हिस्ट्री और डिजाइन हिस्ट्री
  • स्टूडियो वर्क: बेसिक डिजाइन
  • कार्यशाला: मॉडल मेकिंग और स्केचिंग
द्वितीय वर्ष (2nd Year): तकनीकी और स्पेस प्लानिंग
  • एडवांस्ड इंटीरियर डिजाइन
  • फर्नीचर डिजाइन और डिटेलिंग
  • बिल्डिंग सर्विसेज (Plumbing, Lighting, Ventilation)
  • सिविल वर्क और कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी
  • CAD – II और 3D मॉडलिंग
  • ह्यूमन एर्गोनॉमिक्स
  • क्लाइमेट एंड बिल्ट एनवायरनमेंट
  • डिज़ाइन स्टूडियो प्रोजेक्ट्स
तृतीय वर्ष (3rd Year): कार्यानुभव और प्रोजेक्ट्स
  • सस्टेनेबल और ग्रीन इंटीरियर डिज़ाइन
  • प्रोफेशनल प्रैक्टिस और एथिक्स
  • इनोवेटिव मैटेरियल्स
  • लाइटिंग डिजाइन टेक्नोलॉजी
  • इंटीरियर लैंडस्केपिंग
  • स्पेस प्लानिंग एंड फंक्शनल डिजाइन
  • इंटर्नशिप / ऑन-साइट ट्रेनिंग
  • थीम-बेस्ड डिजाइन प्रोजेक्ट
चतुर्थ वर्ष (4th Year): रिसर्च और थीसिस प्रोजेक्ट
  • डिजाइन मैनेजमेंट
  • क्लाइंट कम्युनिकेशन एंड प्रेजेंटेशन स्किल्स
  • थीसिस / फाइनल डिजाइन प्रोजेक्ट
  • पोर्टफोलियो डेवलपमेंट
  • वर्कशॉप: इनोवेशन एंड कंसल्टेशन
  • सेमिनार्स और केस स्टडीज
  • डिजिटल प्रोडक्शन टेक्नोलॉजीज (VR, AR, BIM)
वैकल्पिक विषय (Elective Subjects):
  • Exhibition & Set Design
  • Retail & Commercial Interiors
  • Hospitality Interiors
  • Furniture Systems
  • Product Design
  • Heritage & Conservation Interiors

नोट: अलग-अलग विश्वविद्यालयों और संस्थानों में BID कोर्स का सिलेबस थोड़ा-बहुत भिन्न हो सकता है, लेकिन ऊपर बताए गए विषय अधिकांश पाठ्यक्रमों में शामिल होते हैं।

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भारत में BID कोर्स की फीस (BID Course Fees in India)

भारत में बैचलर ऑफ इंटीरियर डिजाइन (BID) कोर्स की फीस विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों पर निर्भर करती है। सरकारी और निजी संस्थानों के बीच फीस में काफी अंतर होता है। नीचे BID कोर्स की फीस से संबंधित संक्षिप्त जानकारी दी गई है:

BID कोर्स की औसत फीस (भारत में):
संस्थान का प्रकारसालाना फीस (लगभग)पूरा कोर्स (4 वर्ष) की कुल फीस
सरकारी संस्थान₹40,000 – ₹1,00,000₹1,60,000 – ₹4,00,000
निजी संस्थान₹1,50,000 – ₹5,00,000₹6,00,000 – ₹20,00,000
डीम्ड / सेल्फ-फाइनेंस कॉलेज₹2,00,000 – ₹6,00,000₹8,00,000 – ₹24,00,000
कुछ प्रमुख संस्थानों की फीस (संकेतात्मक):
संस्थान का नामसालाना फीस (लगभग)
National Institute of Design (NID), अहमदाबाद₹1,00,000 – ₹1,50,000
CEPT University, अहमदाबाद₹80,000 – ₹1,20,000
Pearl Academy, दिल्ली₹3,00,000 – ₹5,00,000
Srishti Institute of Art, Design and Technology, बेंगलुरु₹2,00,000 – ₹4,00,000
JD Institute of Fashion Technology₹1,50,000 – ₹3,00,000

महत्वपूर्ण नोट्स:

  • उपरोक्त फीस में परीक्षा शुल्क, हॉस्टल, किताबें, और अन्य अतिरिक्त शुल्क शामिल नहीं हो सकते हैं।
  • स्कॉलरशिप और आरक्षण के आधार पर फीस में छूट मिल सकती है।
  • सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है, लेकिन प्रवेश प्रक्रिया अधिक प्रतिस्पर्धात्मक होती है।

यह जानकारी औसत है और अलग-अलग संस्थानों में फीस में भिन्नता हो सकती है। अतः सही जानकारी के लिए संबंधित कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट या प्रवेश कार्यालय से संपर्क करें।

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BID कोर्स के बाद भारत में करियर विकल्प (Career Options after BID Course in India)

बैचलर ऑफ इंटीरियर डिजाइन (BID) कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के लिए कई आकर्षक और विविध करियर विकल्प उपलब्ध होते हैं। यह कोर्स इंटीरियर डिजाइनिंग, स्पेस प्लानिंग, आर्किटेक्चर, और क्रिएटिव आर्ट्स के क्षेत्र में व्यावसायिक कौशल प्रदान करता है, जिससे छात्र विभिन्न उद्योगों में रोजगार पा सकते हैं। भारत में BID के बाद कुछ प्रमुख करियर विकल्प निम्नलिखित हैं:

  • इंटीरियर डिजाइनर: इंटीरियर डिजाइनर भवनों, कार्यालयों, और घरों के अंदरूनी हिस्सों को डिजाइन करते हैं, जिससे स्पेस का बेहतर उपयोग और सौंदर्य बढ़े।
  • स्पेस प्लानर: विभिन्न परियोजनाओं के लिए स्थान का योजना बनाना और उसके उपयोग को अनुकूलित करना।
  • फर्नीचर डिजाइनर: फर्नीचर की डिजाइनिंग, निर्माण और कस्टमाइजेशन पर काम करना।
  • लैंडस्केप डिजाइनर: बाहरी स्थानों जैसे पार्क, गार्डन और सार्वजनिक क्षेत्र का डिजाइन करना।
  • एक्सिबिशन डिजाइनर: प्रदर्शनी, व्यापार मेले और इवेंट्स के लिए क्रिएटिव स्टॉल और स्पेस डिजाइन करना।
  • प्रोजेक्ट मैनेजर: डिजाइन परियोजनाओं का प्रबंधन और योजना बनाना।
  • 3D विज़ुअलाइज़र: कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का उपयोग करके डिजाइन के 3D मॉडल बनाना।
  • स्वतंत्र इंटीरियर कंसल्टेंट: निजी क्लाइंट्स के लिए डिजाइन सेवाएँ प्रदान करना।
  • अंतरराष्ट्रीय डिजाइन फर्मों में कार्य: विदेशी कंपनियों या फर्मों के साथ काम कर ग्लोबल एक्सपीरियंस हासिल करना।
  • रियल एस्टेट डेवलपमेंट में करियर: प्रॉपर्टी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स में डिजाइन सलाहकार के रूप में काम करना।
  • अकादमिक क्षेत्र: इंटीरियर डिजाइनिंग और आर्किटेक्चर में शिक्षण और रिसर्च के क्षेत्र में जाना।
  • फ्रीलांसिंग: स्वतंत्र रूप से प्रोजेक्ट लेना और विभिन्न क्लाइंट्स के लिए डिजाइन सेवाएँ देना।

BID कोर्स के बाद कैरियर के ये विकल्प छात्रों को रचनात्मकता, तकनीकी ज्ञान और व्यावसायिक कौशल के साथ एक स्थिर और प्रगतिशील करियर बनाने में मदद करते हैं। भारत में इंटीरियर डिजाइनिंग उद्योग का विकास हो रहा है, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं।

BID कोर्स के बाद भारत में अध्ययन के लिए कोर्स (Courses to Study after BID Course in India)

बैचलर ऑफ इंटीरियर डिजाइन (BID) कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र अपनी विशेषज्ञता बढ़ाने और बेहतर करियर अवसर पाने के लिए कई उन्नत और संबंधित कोर्स कर सकते हैं। भारत में BID के बाद अध्ययन के लिए प्रमुख कोर्स निम्नलिखित हैं:

  • एमएस (मास्टर्स ऑफ साइंस) इन इंटीरियर डिजाइन: यह कोर्स छात्रों को इंटीरियर डिजाइनिंग में गहराई से तकनीकी और सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करता है।
  • एमएफडी (मास्टर्स ऑफ फर्नीचर डिजाइन): फर्नीचर डिजाइनिंग और निर्माण में विशेषज्ञता के लिए यह कोर्स उपयुक्त है।
  • एमए (मास्टर ऑफ आर्ट्स) इन आर्किटेक्चर: इंटीरियर डिजाइनिंग से संबंधित आर्किटेक्चर के क्षेत्र में करियर के लिए।
  • एमबीए इन रियल एस्टेट और वेंडर मैनेजमेंट: रियल एस्टेट क्षेत्र में प्रबंधन और नेतृत्व के लिए।
  • मास्टर इन लैंडस्केप डिजाइन: बाहरी और गार्डन डिजाइनिंग में विशेषज्ञता के लिए।
  • डिजिटल डिजाइन और 3D मॉडलिंग कोर्स: CAD, BIM, और 3D विज़ुअलाइज़ेशन जैसे तकनीकी कौशल बढ़ाने के लिए।
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन एंटरटेनमेंट डिजाइन: थिएटर, मूवी सेट, और इवेंट डिजाइनिंग में करियर के लिए।
  • इंटीरियर डिजाइन में पीएचडी: अनुसंधान और शिक्षण क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए।
  • फैशन डिजाइन, प्रोडक्ट डिजाइन, या ग्राफिक डिजाइन में उन्नत कोर्स: रचनात्मकता और डिज़ाइन के अन्य क्षेत्रों में करियर विस्तार के लिए।

BID के बाद ये कोर्स छात्रों को उनकी रुचि और करियर लक्ष्यों के अनुसार विशेषज्ञता प्राप्त करने का मौका देते हैं। इससे वे इंटीरियर डिजाइनिंग और उससे जुड़े क्षेत्रों में नई तकनीकों और विचारों को सीखकर अपने पेशेवर भविष्य को मजबूत बना सकते हैं।

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